क़ासिद तू मेरा नाम तो लीजो न व लेकिन
कहना कोई मरता है तेरा चाहनेवाला
नज़ीर अकबराबादी की ग़ज़ल
(हबीब तनवीर के आगरा बाज़ार में हमीद)