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विक्रम मोहन एक समकालीन नृत्य कलाकार हैं जिसमें उनकी रुचि विशेष तौर पर ऑर्गेनिक और
इम्प्रोवाइज़ेशनल मूवमेंट, यानी सहज और आशु नृत्य गतियों में है। उन्होंने नेशनल बैले ट्रस्ट ऑफ़
इंडिया से बैले, जैज़, कंटेम्पररी, सालसा, टैंगो का तीन साल का प्रशिक्षण लिया और आनंदम डांस
थिएटर, और वर्टिकल सर्कस ऑस्ट्रेलिया से एरियल डांस में भी एक वर्ष का प्रशिक्षण ग्रहण किया। वे
एम्स्टर्डम के म्यूज़ियम प्लान स्टूडियो और रस्टेनबर्ग स्टूडियो, और नॉर्थ हॉलैंड स्टूडियो में प्रदर्शन
कला के लिए लूसिया मार्था संस्थान में लूसिया मार्था के कोरियोग्राफी और नृत्य कक्षाओं के पर्यवेक्षक
के रूप में काम कर चुके हैं। भारतीय शास्त्रीय नृत्य, समकालीन, और बैले तकनीक में अंतरराष्ट्रीय
और भारतीय शिक्षकों के साथ कई गहन नृत्य कार्यशालाओं में भाग ले चुके हैं।
उन्होंने 2014 में अंतरराष्ट्रीय कोरियोग्राफर वीक टिलबर्ग, नीदरलैंड्स में हिस्सी लिया। कलाकार,
कोरियोग्राफर और शिक्षक के रूप में उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय त्योहारों, विश्वविद्यालयों
और स्कूलों में काम किया है। पिछले कुछ वर्षों में उनकी प्रस्तुति आफ्टर डेथ द स्पिरिचुअल जर्नी,
और अलगोरिदम को काफी पसंद किया गया है। उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिये उन्हें
केंद्रीय संगीत नाटक अकादेमी द्वारा उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार 2018 प्रदान किया जा
चुका है।
Text: Vijay Singh
Image Courtesy: SNA