साहित्यिक धूर्तता और कलात्मक पवित्रता ये दोनों खूँटे सामाजिक वैशिष्ट्य को साधे रहते हैं। इसका एक पूरा तंत्र है। ... साहित्य की रचनात्मकता का शेयर बाज़ार भी उसी तरह ऑपरेट करने की जुगत बिठा रहा है जिस तरह दूसरा शेयर बाज़ार।
~कृष्णा सोबती
Cover illustration courtesy Express Subrata Dhar
Cover Art Irfan