बलराज साहनी की किताब मेरी फ़िल्मी आत्मकथा सबसे पहले अमृत राय द्वारा सम्पादित पत्रिका 'नई कहानियां' में धारावाहिक रूप से प्रकाशित हुई।
बलराज जी के जीवन काल में ही यह पंजाबी की प्रसिद्ध पत्रिका प्रीतलड़ी में भी यह धारावाहिक ढंग से छपी।
1974 में जब यह किताब की शक्ल में आई तो फिल्मप्रेमियों और सामान्य पाठकों ने इसे हाथो हाथ लिया।
मैं पिछले 7 - 8 वर्षों से इसके पॉडकास्ट बनाने की कोशिश में हूँ। बीच में 4-5 अध्याय बनाए भी लेकिन लगकर हो नहीं सका।
अब इसे नए सिरे से अपने पॉडकास्ट चैनल पर शुरू कर रहा हूँ। यह काफी धीरज, लगन और समय की मांग करता है। इसलिए इस बार भी कितना कर पाऊंगा कह नहीं सकता।
आपकी राय और समर्थन की प्रतीक्षा रहेगी।
Cover: Irfan