How Do We Prepare Our Children for Suffering?
हम अपने बच्चों को दुख उठाने के लिए कैसे तैयार करें
यह एक भाव विभोर करने वालाऔर बुद्धिमानी से भरा महत्वपूर्ण प्रश्न है जिसे एक माँ ने पूछा है। “पास्टर जॉन, कुछ दिन पहले ही प्रभु ने मुझे एक पुत्र दिया है। मैं अपने पुत्र के सम्बन्ध में दुख उठाने की अवधारणा के विषय में विचार कर रही हूँ। मेरे लिए उसे दुख उठाते हुए देखना बड़ा ही कठिन होगा, परन्तु मैं जानती हूँ कि वह एक दिन इसका सामना करेगा, और सम्भवतः अभी भी वह एक शिशु के रूप में दुख का सामना कर रहा है। अतः मेरा प्रश्न बड़ा ही सरल है: कि मैं किस रीति से अपने बच्चे का पालन पोषण करूँ तथा दुख सहने के लिए उसको कैसे तैयार करूँ? युवा अभिभावकों के लिए ऐसे कौन से व्यावहारिक ढंग हैं जिनके द्वारा वे अपने बच्चों को यह सिखाएँ कि दुख जीवन का एक भाग है और दुखों के मध्य में भी हम परमेश्वर पर भरोसा रख सकते हैं?
मैं अपने उत्तर को तीन चरणों में सारांशित करूँगा। 1) अपने पुत्र को उस महिमामय, व्यापक बाइबलीय विश्वदृष्टि की शिक्षा दें जो दुख उठाने को उसके सही सन्दर्भ में रखती है। इसलिए पहला चरण शिक्षा देना है। 2) उसे उपयुक्त दृढ़ता के साथ अनुशासित करें, और उससे आत्म-त्याग की अपेक्षा रखें। तो, पहली बात शिक्षा देना है, दूसरी बात अनुशासित करना है। 3) अपने स्वयं के कष्ट और दुख के समय, उसके सम्मुख भरोसा रखने और आनन्दित होने का एक आदर्श बनिए। तो, मुझे इन विचारों को एक-एक करके प्रस्तुत करने दीजिए और इन बातों को बाइबल से थोड़ा विस्तारपूर्वक समझाने दीजिए।