दिलीप साहब और राजेश खन्ना कई बार तो कांग्रेस पार्टी के प्रचार के दौरान एक ही होटल में रुका करते थे, जहां इनके बीच देर रात तक फिल्मों और पॉलिटिक्स को लेकर बातचीत होती रहती थी. राजेश खन्ना से जुड़ा जो वाकया हम आपको सुनाने जा रहे हैं वो साल 2011 का है, यानी काका की मौत से ठीक एक साल पहले की बात है.