1960 के दशक में जब मुमताज ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश किया, तो वहीदा रहमान और वैजंतीमाला जैसे कलाकार इंडस्ट्री पर राज कर रहे थे। मुमताज ने बताया कि उनमें से केवल कुछ ही नए लोगों के साथ घुलमिल पाते थे। उन्होंने कहा- वो लोग तो बहुत बड़े थे और हम तो छोटे थे, उन्हें हमारे साथ घुलना-मिलना पसंद नहीं था। वहीं एक्ट्रेस ने वेटरन एक्ट्रेस वहीदा रहमान के बारे में बताया कि वो बहुत ही डाउन टू अर्थ हुआ करती थीं। वैजंतीमाला भी उसी समय की थीं, लेकिन उन्होंने मुझसे बात नहीं की। सुनिए पूरा किस्सा।