यह भी संयोग था कि राज कपूर के तीन बेटों रणधीर कपूर, ऋषि कपूर और राजीव कपूर सहित उनका भरा पूरा परिवार है. लेकिन उनके अंतिम समय में विधाता ने मुझे इस महान हस्ती की सेवा का मौका दिया. क्योंकि तब कोई भी दिल्ली में नहीं था. हां इस बीच कृष्णा जी आईसीयू से बाहर निकलकर मुंबई में अपने परिवार में फोन करके ये खबर दे आयीं. जहां तक मुझे याद आ रहा है तब रणधीर तो मुंबई में थे, लेकिन ऋषि तब शायद नेपाल में किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. कृष्णा जी फोन करके लौटकर रूम में आयीं ही थीं कि तभी डॉक्टर ने कहा इनको निमोनिया हो गया है और वह कोमा में चले गए हैं. यह सुन हम विचलित हो गए. राज कपूर पूरे एक महीना कोमा में रहे और दो जून को वह चल बसे.