1970 में राजेश खन्ना का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा था. तमाम बड़े और जमे जमाए नेता अचानक से ढलान पर आ गए थे. सिर्फ धर्मेंद्र ही थे जो राजेश खन्ना के स्टारडम से लोहा ले रहे थे. राजेन्द्र कुमार, मनोज कुमार अचानक से बैकफुट पर आ गए थे.
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