साल 1981-82 में राजेश खन्ना एक बार फिर संघर्ष के मुहाने पर थे। काका लगातार ऐसी फिल्में कर रहे थे जो उनके करियर के लिए ठीक नहीं थी। कहानी को लेकर राजेश खन्ना अभी भी संजीदा नहीं थे। इस बीच काका की धनवान, दर्द और फिफ्टी फिफ्टी आईं मगर काका को इन फिल्मों से कोई खास फायदा नहीं हुआ। हां, निजी जिंदगी में काका को टीना मुनीम के रूप में एक नई गर्लफ्रेंड जरूर मिल गई थी।