साल 1969 से लेकर 1972 तक हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ राजेश खन्ना की तूती बोल रही थी. राजेन्द्र कुमार, शम्मी कपूर, मनोज कुमार जैसे सितारे अचानक ढलान पर आ गए थे. जावेद अख्तर ने सालों बाद काका का किस्सा सुनाया
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