उन दिनों में राजेश खन्ना ने पूरी तरह बिस्तर पकड़ लिया। उस्मान लिखते हैं कि राजेश खन्ना नहीं चाहते थे कि उनकी बीमारी के बारे में करीबी दोस्तों को छोड़कर और किसी को पता लगे। उनका शरीर सिर्फ हड्डियों का ढांचा भर रह गया था। यासिर उस्मान अपनी किताब में इसी दौर का एक किस्सा साझा करते हुए लिखते हैं कि एक पार्टी में सलीम खान ने राजेश खन्ना को देखा तो हैरान रह गए।