राजेश खन्ना की निजी जिंदगी और करियर दोनों जगह उन दिनों कुछ अच्छा नहीं चल रहा था। डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) से गृह क्लेश और करियर में एक के बाद एक फ्लॉप फिल्में। इस बीच साल 1977 में आई फिल्म त्याग, कर्म फ्लॉप रहीं। छैला बाबू को कामयाबी मिली लेकिन बावजूद इसके काका बेकार फिल्में साइन कर रहे थे। तभी अपनी साली सिंपल कपाड़िया (Simple Kapadia) को लेकर राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) ने फिल्म अनुरोध की।