watch (घड़ी) घड़ी की मिनट वाली सुई का आविष्कार वर्ष 1577 में स्विट्ज़रलैंड के जॉस बर्गी ने किया था. उनसे पहले जर्मनी के न्यूरमबर्ग शहर में पीटर हेनलेन ने ऐसी घड़ी बना ली थी जिसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाया सके. वर्तमान में हम हाथ में जो घड़ी पहनते हैं वैसी पहली घड़ी फ़्राँसीसी गणितज्ञ और दार्शनिक ब्लेज़ पास्कल ने बनायी थी.ऐसा नहीं है कि भारत में समय देखने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है. दरअसल भारत में भी 5 जगहों पर जन्तर-मंतर का निर्माण भी कराया गया था ताकि इनकी मदद से सूरज की दिशा और उससे बनी परछाई के आधार पर समय का पता लगाया जा सके.
18 वीं शताब्दी की शुरुआत में, जयपुर के महाराजा जय सिंह द्वितीय ने जयपुर, नई दिल्ली, उज्जैन, मथुरा और वाराणसी में कुल मिलाकर पांच जंतर मंतरों का निर्माण कराया था इन सभी का निर्माण 1724 और 1735 के बीच पूरा कराया गया था
. घड़ी का अविष्कार मानव इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है जिसने पूरी मानव जाति के जीवन को ही बदल दिया है और अब हम लोग घड़ी पर इतने निर्भर हो हए हैं कि यदि एक दिन हाथ में घड़ी बांधना भूल जायें तो लगता है कि जैसे शरीर का कोई अंग घर पर छोड़ आये हों.और ऐसी ही अनेक बातें.. जानने के लिए सुनते रहिए.. टाटा Bby take care.. Save trees🌲🌳🌴