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Description

00:00  बचपन में बहुत ही शर्मीली थी दीप्शी। आत्मविश्वास की थी कमी।  

3:55 ''दी सेक्रेट' का कमाल: कैसे पाया दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश ? 

9:34 कॉलेज में आने लगे बदलाव। पहली बार किया Dance भी।   

12:16 जीवन में कविता, शायरी और लेखन का प्रभाव।  

14:35 ऑफिस जाकर भी पता लगा अपने बारे में कुछ बातें।  

15:44  इनर इंजीनियरिंग से कैसे हुआ परिचय ?  

19:38  इनर इंजीनियरिंग का अनुभव 

20:40  इनर इंजीनियरिंग के आखरी दिन ली दीक्षा और शुरू की  सेवा भी  

21:32 शर्म के मारे नित्य करनी पड़ी साधना 

23:10 मुलायम हाथो से धोये गंदे बर्तन, काटीं सब्जियाँ भी  

24:38 सध्गुरु ने कहा, "लाखों में एक बार आता है ऐसा मौका"; पहुंचे सीघे ईशा योग सेंटर 

26:49 पहली बार आश्रम में रहने का अनुभव  

28:58 "तुमको पाया हैं तो जैसे खोयी हूँ , कहना चहु भी तो तुमसे  क्या कहूँ ": पहला सध्गुरु दर्शन  

30:03 2018 में हठ योग टीचर बनने का किया निश्चय  

35:08 शिवानंद योग सेण्टर, मदुरै का  अनुभव  

37:30 बचपन के 'मंच का डर' भी किया ख़तम:  १०० से अधिक  लोगों के सामने गाया भजन  

39:24 पहचाना दक्षिण भारत के रंगीन संस्कृति को  

41:38 १० से अधिक बार इनर इंजीनियरिंग में किया Volunteer: हर एक बार सीखा कुछ नया  

44:20 वो पहली बार जब सध्गुरु से मिली नज़रें 47:30 पायसम पीने के बहाने किये अनेकों volunteering  

48:35 दिल्ली में योग सिखाने का अनुभव; कोरोना ने बदला खेल सारा  

52:26 हम साथ साथ हैं: इंस्टाग्राम परिवार का प्यार  56:19 क्रोध, चिड़चिड़ापन इत्यादि अपने अंदर के राक्षसों से हुए रूबरू  

1:00:34 जाते जाते भोला राम की स्पेशल एंट्री  

1:03:04 अध्यात्म क्यों हैं ज़रूरी ? ज़िन्दगी छोटी हैं , समझो अपने आप को  

Deepshi akka Instagram: https://www.instagram.com/deepshi_khanna/ 

Timestamp credits to Nitin anna: https://www.instagram.com/hopeswagon/