मानव जीवन का लक्ष्य येसु जैसे या एक दूसरा येसु बनना है।
इसके बिना ईश्वरीय परिवार में प्रवेश मुश्किल है।
मरियम ना केवल येसु को जन्म दी, वह स्वयं एक येसु बनीं।
हमारे लिए भी ईश्वर की इच्छा यही है। माँ मिरयम के साथ हमारी इस यात्रा में हम यही कर रहे हैं।
ध्यान से पॉडकास्ट सुनिए, मनन करिए और उनके फलों को अपनाइए।
https://greatergloryofgod.blogspot.com/2020/11/journey-with-mary-epi-4-giving-birth-to.html