लूकस 2:41-52 पर आधारित मनन चिंतन
आप आपनी पहचान कहाँ से पाते हैं?
अपनी पहचान किस में खोजते हैं?
मरियम अपनी पहचान प्रभु येसु में पायी। मरियम और यूसुफ येसु को नहीं, पर अपने आपको खोजते जेरूसलम मंदिर वापस जाते हैं।
येसु नहीं, पर वे दोनों खो गये।
क्या आप भी मरियम और यूसुफ के समान, अपने व्यस्तता के कारण, येसु से दूर चले गये हैं?
येसु को पाना अपने आपको पाना है!
आज येसु "पवित्र यूखरिस्त के रूप में" विशेष रूप से उपस्थित हैं।
उनके पास जायें और उनमें अपना वास्तविक जीवन और पहचान पायें।
और अधिक जानने, सुनिए फादर जार्ज मेरी क्लारट की