संतोष के साथ हुई इस दर्दनाक घटना को लेखक ने अपने बचपन में देखा था और बरसों बाद भी उसे लेकर उसके आस-पास के लोगों की सोच बदल नहीं पाई थी। हमारा समाज कई मामलों में बड़ा निर्दयी है, दूसरों के लिए बड़ा जजमेंटल हो जाता है। आज भी हम देखते हैं कि कई छोटे शहरों, क़स्बों और देहातों में अक़्सर प्रेमी जोड़ों को ज़बरदस्ती मोरल पुलिसिंग के नाम पर परेशान किया जाता है। विवेक जेटली की आवाज़ में सुनिए दिलीप कापसे की यादों से निकला एक पुराना क़िस्सा। #KissaBazaar #HindiStory #VivekJaitly #DilipKumarKapse #Santosh #StoryTeller #StoryTelling #HindiStoryTelling #NewStories #StoriesByDilipKumarKapse #StoryTellerVivekJaitly हमारे साथ जुड़ने के लिए Subscribe करें हमारा चैनल #kIssaBazaar और अगर आपको ये वीडियो पसंद आया हो तो Like, Comment, Share ज़रूर करें।