रेडियो प्लैबैक इंडिया प्रस्तुत करते हैं क्लब हाउस पर शायरी और कविता की दिलकश महफ़िल, और , वो महफ़िल ही क्या जहाँ आप न हों | तो जलवा-अफ़रोज़ हों अदब और अदीब की इस खूबसूरत शाम को अपने दिल में जज़्ब करने और लुत्फ़ लेने कुछ बेहतरीन कवियों और शायरों की नायाब कविताओं और कलामों का |
एपिसोड 4 भाग 2