हरि हरि बोल🙏🏻🙏🏻🙏🏻 इस में वरिष्ठ गोलोकियन नताशा जी तीसरे अध्याय - "कर्म योग" का सारांश समझा रही हैं। यह अध्याय कर्म करने का परम अर्थ बताता है। हमें हमेशा कर्म भगवान श्री हरि को प्रसन्न करने के लिए करना चाहिए। जब भी हम नई चीजें खरीदते हैं - कार, घर, कपड़े, मोबाइल, किराने का सामान आदि - हमें हमेशा पहले भगवान को समर्पित करना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए और फिर चीजों का उपयोग करना चाहिए। हमें कर्म के फल में आसक्त नहीं होना चाहिए, बल्कि हमें केवल वही कर्म करने की आवश्यकता है जिससे ईश्वर प्रसन्न हों। कर्म योग के बारे में अधिक जानने के लिए
To watch this Episode on YouTube click on the link :
https://youtube.com/live/cBDCuY-I4ac
To watch GolokExpress videos click on the link below :
Youtube_GolokExpress
To get in touch with GolokExpress on telegram click the link below :
Telegram_GolokExpress
To get in touch with GolokExpress on facebook click the link below :
Facebook_GolokExpress
To get in touch -Whatsapp/Telegram- 7018026821 or info@golokexpress.org