दूसरों पर ऊँगली उठाने से पहले हमें अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए | भारत में जब कोरोना नहीं था तब उसकी सम्भावना को कहे जानेवाले तत्वज्ञों ने चेतावनी दी थी , और सावधान होने के लिए देश भर में अभियान सा किया था। सभी को इस बात पर इतना भरोसा नहीं था के कोरोना आ सकता है , आखिर कार कोरोना का हमला हुआ और अफरातफरी फैली कई लाखो लोगोने अपनी जान गवाई देश के प्रधान मंत्री ने अपना जितना सहयोग हो सकता था किया और उस पर काबू पा लिया , फिर से सब जीवन व्यवहार चलने लगा उसके बाद फिर से २०२१ में कोरोना का दूसरा राऊंड शुरू होने की आशंका जाएगी पर लोगो ने पिछली शिक्षा से कुछ सीखा नहीं और कोई एहतियात नहीं बरती आज देश में सभी विपक्ष और आम जनता प्रधान मंत्री को है कोरोना के इस कहर के लिए जिम्मेंदार मानते है। प्रश्न है कौन है ज़िम्मेदार खुद से पूछे