लोग अपनी ही philosophy बनाए जा रहे हैं, जबकि वे खुद Philosopher नहीं हैं... हास्य व्यंग्य काव्य | यहाँ Philosophy का अर्थ है :- लोगों का अपने प्रति या दूसरों के प्रति अपनी बनाई हुई विचार धारणाएँ... अधिकतर लोगो कि धारणाएँ ( मत ) उनकी खुद कि मनोमय होती है, उन्होंने उसे समझा या अनुभव नहीं किया होता है... ||