Look for any podcast host, guest or anyone

Listen

Description

Safar Me Dhoop To Hogi, Jo Chal Sako To Chalo


Safar Me Dhoop To Hogi, Jo Chal Sako To Chalo


Sabhi Hain Bheed Mein Tum Bhee Nikal Sako To Chalo






Kisi Ke Waaste Raahen Kahan Badalti Hai


Tum Apne Aap Ko Khud Hi Badal Sako To Chalo






Yahan Kisi Ko Koi Raasta Nahin Deta


Mujhe Gira Ke Agar Tum Sambhal Sako To Chalo






Yahi Hai Zindagi Kuch Khwaab Chand Ummeeden


Inhi Khilonon Se Tum Bhee Bahal Sako To Chalo




सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो


सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो




इधर उधर कई मंज़िल हैं चल सको तो चलो


बने बनाये हैं साँचे जो ढल सको तो चलो




किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं


तुम अपने आप को ख़ुद ही बदल सको तो चलो




यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता


मुझे गिराके अगर तुम सम्भल सको तो चलो




यही है ज़िन्दगी कुछ ख़्वाब चन्द उम्मीदें


इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो




हर इक सफ़र को है महफ़ूस रास्तों की तलाश


हिफ़ाज़तों की रिवायत बदल सको तो चलो




कहीं नहीं कोई सूरज, धुआँ धुआँ है फ़िज़ा


ख़ुद अपने आप से बाहर निकल सको तो चलो