क्या आपने कभी सोचा है क्यों किसी व्यक्ति की माफी सच्ची नहीं लगती? या क्यों किसी को लगता है कि आप वास्तव में आपने किये पर शर्मिंदा नहीं है? हर कोई क्षमा याचना से जूझता है, संघर्ष करता है, लेकिन सिर्फ सॉरी कहना पर्याप्त नहीं होता। तब हम क्या करें? इस दिलचस्प कड़ी में, सुभाषिनी इस सवाल का जवाब गैरी चैपमैन और जेनिफर थॉमस की किताब "वेन सॉरी इस इंट एनफ" में ढूँढती है और क्षमा याचना की पांच भाषाएँ शेयर करती है। अधिक जानकारी और अपडेटस के लिए Books.Com के साथ जुड़े रहिए।