एक बूढ़ा व्यक्ति ट्रेन में एक युवक से मिलता है, उनके रास्ते पार होते हैं, उनकी कहानियां प्रतिच्छेद करती हैं, और अलग-अलग रहस्य सामने आते हैं। क्या वे बाप-बेटे हो सकते है? जानिए इन दो अशांत और परेशान सज्जनों के बारे में यू .आर. अनन्तमूर्ति की किताब "भावा" की रिव्यु में सुभाषिनी की जबानी।
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