तुषार बत्रा के साथ एक बातचीत
अमृतसर के खालसा कालज में अध्यापक होने के साथ किताबे पढ़ने में रूचिव्रल है. ।। । बैकग्राउंड में थोड़ा शोर शराबे को खुद ही इग्नोर कीजिए .