उपन्यास के इस भाग मेंआपको लक्ष्मी देवी के पिता का वृत्तांत सुनने को मिलेगा इसके साथ ही भूतनाथ की चालों का खुलासा होगा जिससे हम जानेंगे की कैसे उसने मायरानी को देवी लक्ष्मी की जगह राजा गोपालसिंह की दुल्हन बना दिया परन्तु सारे सबूत मिलने के बावजूद क्यू भूतनाथ खुद को बेकसूर बता रहा है जानने के लिए आपको इस अध्याय को बिना Miss किए सुनना पड़ेगा