भावार्थ....
इस दिव्य कविता की रचना सुमन जी ने की है! इस कविता के माध्यम से सुमन जी गुरु की महिमा का गुणगान कर रही है! मनुष्य जीवन मिलना भगवान का बहुमूल्य वरदान है लेकिन इस वरदान की वास्तविकता को वहीं पहचान सकता है जिस मनुष्य ने अपने जीवन में गुरु की शिक्षाओं को उतारा हो! गुरु अपनी वाणी के माध्यम से अपने शिष्यों के जीवन में ज्ञान का सागर भर देते हैं! गुरु को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया गया है क्योंकि गुरु की वाणी ही एकमात्र वह साधन है जिसके द्वारा हम भगवान को प्राप्त कर सकते हैं गुरु अपने वचनों के माध्यम से भगवान के प्रति हमारा प्रेमा भाव उत्पन्न करते हैं!
To watch GolokExpress videos click on the link below :
To get in touch with GolokExpress on telegram click the link below :
To get in touch with GolokExpress on facebook click the link below :
To get in touch -Whatsapp/Telegram- 7018026821 or info@golokexpress.org