अतीव आनंद सहित आप सभी के सन्मुख प्रस्तुत करते है डॉ. जया सिंह जी की मधुरतम भावपूर्ण वाणी में श्री रामकिंकरीय चिंतन की वचनामृत श्रंखला का और एक अनमोल मोती, जिसका विषय " प्रवर्तियों के आधारभूत ही जीव के कल्याण के उपाय संभव" है !
Key Words: #Ramayan, #Ram Charit Manas, #Kinkerji, #Ramkinker, #Goswami Tulsidas, #Maithili sharanji Maharaj
Key Words: #रामायण, #राम चरित मानस, # किंकरजी, #रामकिंकर, #गोस्वामी तुलसीदास, # मैथिलीशरणजी महाराज