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Description

शिखरों से ऊंची जिसकी नभ में छूती ख्याति थी.. वह कोई और नहीं रानी दुर्गावती देश की छाती थी! दुर्गा का रूप लिए साहस, शौर्य की वह मूरत थी...मुगलों को पराभूत करती देवी की वह सूरत थी !!