किसी भी लोकतंत्र की कामयाबी और नाकामयाबी में चार तत्व अहम होते हैं। पहला लोग, दूसरा संविधान तीसरा निष्पक्ष चुनाव और चौथा न्यायपालिका। लोकतंत्र के पर्व यानी चुनावों को संपन्न कराने में चुनाव आयोग अहम भूमिका निभाता है। चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कई तरीक़े आज़माएँ हैं, पहले महीनों चलने वाली चुनावी प्रक्रिया अब कुछ ही दिनों में सिमटने लगी है। वोटों की गिनती का काम घंटों में पूरा होने लगा है। पिछले कुछ सालों में चुनावों में एक बड़ा तंत्र काम करने लगा है। ऐसे में सवाल उठता है की सियासी पार्टियाँ कहां से और कैसे पैसों का इंतज़ाम करती हैं ? आज हमारी चुनाव प्रक्रिया बैलेट पेपर से EVM पर आ चुकी है ऐसे में क्या 5G के दौर में वोटिंग का तरीक़ा बदलेगा ? सुनिए अनुराधा प्रसाद के साथ ख़ास कार्यक्रम “ भारत भाग्य विधाता “ और जानिए इन सवालों के जवाब PODCAST24 AWAAZ SABKI पर।