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Description

मेरी सांसों में रहती है 

मगर आँखों से बहती है 
मैं तुझ बिन जी नहीं सकता 
धड़कने मेरी कहती हैं 
जो मिल जायेंगे मैं और तुम 
ज़मी जन्नत बनाऊंगा 
अमीरी हो या फकीरी हो 
सभी नखरे उठाऊंगा 
ज़माने भर की हर रौनक 
तेरे कदमो में लगाऊंगा 
कहेंगे लोग पागल जो
 गुज़र हद से भी जाऊँगा 
मरे सीने से लग के बस 
इतना सा ही कह दे तू 
मैं तेरी हूँ 
मै तेरी हूँ 
मैं तेरी हूँ..........