हनुमान सागर लांघ कर लंका पहुँचे । लंका नगरी बहुत खूबसूरत थी। पहरा भी बहुत कड़ा था। हनुमानजी पूरा शहर ढूंढ लिए पर सीता जी नहीं मिली। ढूंढते ढूंढते सुबह हो गई। आखिर वे अशोक वाटिका में पहुचें। वहाँ उन्हें एक स्त्री दिखीं जो दुखी दिख रही थी। हनुमान जी समझ गए कि वे ही सीताजी होंगी। तभी रावण अपने सहचरों और रानियों के साथ आए। और उन्होंने सीताजी को जान से मारने की धमकी दी। जरूर सुने।