आज की कथा मे सुने कर्ण की वीरता का प्रदर्शन और फिर अभिमन्यु का वध, जयद्रथ का वध और भूरिश्रवा का वध। इनमे से कोई भी धर्म के अनुकूल न था। किन्तु अभी सब मे दानवता हवी था मानवता बहुत नीचे छूप गया था। जरूर सुने दिनकरजी के सशक्त लेखनी का प्रवाह।
Want to check another podcast?
Enter the RSS feed of a podcast, and see all of their public statistics.