महाभारत के युद्ध मे आज कर्ण कौरवों के सेना नायक हैं। वह युधिष्ठिर, नकुल, सहदेव व भीम को पकड़ कर छोड़ देते हैं। उनके सारथी शल्य हैरान हैं कि मारना ही नहीं है तो तुम शाम तक युही जीत जाओगे क्या? पर कर्ण तो अपने वचन को निभा रहे हैं। उन्हे तो सिर्फ अर्जुन का सिर काटना है। और आखिर उन्हे अर्जुन दिख ही जाते हैं। सुने दिनकरजी की सुंदर रचना रश्मि रथी 7 सर्ग, भाग 2.