ये दोनों चैप्टर मुझे बहुत प्रिय हैं। ये समाज में स्थापित कुरीतियों को उजागर करते हैं। लड़की के लिए विवाह करना जरूरी है ताकि उसे जीवन बसर का सहारा मिले और धनी युवक भले ही अयोग्य हों, वे अच्छी लड़कियों से शादी कर पाते हैं। यह उपन्यास उस समय की है जब लड़कियाँ धनोपार्जन के लिया कार्य नहीं करती थी। पर मुझे पसंद है इं दोनों चैप्टर के परिहास युक्त, हाजिर जवाब संवाद। Jane Austen का इसमे कोई मुकाबला नहीं है।