अंगोर | जसिंता केरकेट्टा
शहर का अंगार
जलता है, जलाता है
फिर राख हो जाता है।
गाँव के अंगोर
एक चूल्हे से
जाते हैं दूसरे चूल्हे तक
और सभी चूल्हे सुलग उठते हैं।