उम्मीद की चिट्ठी | नीलम भट्ट
उदासी भरे हताश दिनों में
कहीं दूर खुशियों भरे देस से
मेरी दहलीज़ तक पहुंचे कोई चिट्ठी
उम्मीद की कलम से लिखी
स्नेह भरे दिलासे से सराबोर...
मौत की ख़बरों के बीच
बीमारी की दहशत से डरे समय में
जिंदगी की जीत का यक़ीन दिलाती
बताती कि शक भरे माहौल में
अपनेपन का भरोसा ज़िंदा है अभी!