पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गोरी की जंग हज़ार साल पहले हुई लेकिन उनका कहानी-किस्सा आज तक लोगों के ज़हन में है. वक्त बहुत बीत गया इसलिए ढेरों बातों पर धुंधलका छाया है. सच-झूठ क्या है पता नहीं चल पाता लेकिन आज के 'पढ़ाकू नितिन' में तथ्य और गल्प को अलग अलग करके देखेंगे. पटना यूनिवर्सिटी में इतिहास पढ़ाने वालीं असिस्टेंट प्रोफेसर प्रतिभा सिंह से सुनिए पृथ्वीराज चौहान का असली इतिहास.