क्या मैं ऐसे ही रहूँगा; भ्रमित या मूर्ख?
I want your every kind of advice .
That kind of advice you find \" this is better for me \" .
Send your feedback and support in the comments section ; also you can send your advice for me in the comment section .
खुदा ना कभी-कभी की खुद की लड़ाई खुद से ही चल रही होती है जैसे कि खुद का आधार पैन खुद का बेवकूफ बना कुछ जानते नहीं है , भरी दुनिया के बारे में हो सकता है ; पता नहीं वह कैसे होगा ,वह काम कैसे होगा , यह सारी बातें दिमाग में होती हैं और फिर फिर क्या डांट फटकार और एक तरह की लड़ाई जो कि हम खुद से लड़ रहे होते हैं ।