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Kumar ABHISHEK Upadhyay (Podcast)

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The Powerful Humans2025-05-1058 minHeart2Heart TALK2022-02-0215 minHeart2Heart TALK2021-12-2202 minHeart2Heart TALK2021-11-2205 minHeart2Heart TALK2021-11-2115 minHeart2Heart TALK2021-09-2516 minHeart2Heart TALK2021-08-2918 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKJAHAN DAAL DAAL PAR SONE KI CHIDIYA KARTI HAI BASERA | जहाँ डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा।JAHAN DAAL DAAL PAR SONE KI CHIDIYA KARTI HAI BASERA | जहाँ डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा। १५ अगस्त की देशभक्ति बहुत सारी बधाई और शुभकामनाएं।  दोस्तों हमारा देश एक  ऐसा पवित्र और बड़े दिलवाला देश है , जो किसी भी दुश्मन का भी बुरा करना नहीं चाहता वो तो अपने देशद्रोहियों को भी सुधरने का हर बार मौक़ा देता है। पर जब पानी सर के ऊपर से जाता है तब हमारी  आन -बान और शान के लिए हर   चुनौती से लिपटने के लिए हम तैयार रहते है  तब हम उसे उसकी औक़ात दिखा देते हैं  । आजका कार्यक्रम आपके सन्मुख है, कुछ देश भक्ति गीतों के साथ इस पर्व का उत्सव को हम मनाये। इसी मंगल कामना के साथ।  जय हिन्द --- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-08-1426 minHeart2Heart TALK2021-08-1016 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKSawan Ke Jhule Pade Tum Chale Aao | सावन के झूले पड़े तुम चले आओ।Sawan Ke Jhule Pade Tum Chale Aao | सावन के झूले पड़े तुम चले आओ। एक छोटासा एहसास भरा गीतों का गुलदस्ता आपके सामने पेश कर रहा हूँ , आशा करता हूँ आपको पसंद आएगा। धन्यवाद | सुबह-सुबह दरवाजे पर दस्तक हुई. उनींदी आखों से दरवाजा खोला तो हैरान रह गई. उम्मीदों भरी टोकरी में यादों के सिलसिले…हरियाली में डूबी पूरी कायनात, तन ही नहीं मन को भी भिगोती बूंदों की सौगात लिये जो शख्स खड़ा था उसका चेहरा जाना-पहचाना तो बिलकुल भी नहीं लगा. लेकिन ये जो भी था, न जाने क्यों मुझे अच्छा लग रहा था। https://pratibhakatiyar.wordpress.com/2009/07/07/%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AC%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87/  I am presenting a small bouquet of songs filled with feelings, I hope you will like it. thanks | with due credit to Kya Mujhe Pyaar Hai - Unplugged Cover! Vicky Singh! Woh Lamhe | Saawan Ke Jhoole Pade ! Samir & Dipalee Date's sing beautiful monsoon melody composed by R.D. Burman--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-08-0210 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKZara sa muskurakar| जरा सा मुस्कुरा कर मुसीबतों को किसी खूबसूरत मोड़ पर भूल जाना ही बेहतर है।जरा सा मुस्कुरा कर मुसीबतों को किसी खूबसूरत मोड़ पर भूल जाना ही बेहतर है। हमेशा पॉजिटिव सोचे यह\ आपको धोखा नहीं देगा-  | It is better to forget the troubles at some beautiful point by smiling a little|पॉजिटिव सोच का सबसे बड़ा फायदा Hume जीवन को तरक्की की ओर मौड़ देता है। हमारी एक सकारात्मक सोच हमें आनंद से भर देती है। इसका सीधा असर humare दिलो दिमाग पर पड़ता है, जो शरीर में प्रतिकारत्मक शक्ति का विकास भी करता है। सही निर्णय लेने के लिए सक्षम Banan bahut Zaruri है। अगर तुम उस वक्त मुस्कुरा सकते हो जब तुम पूरी तरह टूट चुके हो तो यकीन कर लो कि दुनिया में तुम्हें कभी कोई तोड़ नहीं सकता ! यही पॉजिटिव सोच जीवन में हमे आगे ले जाती है। सकारात्मक सोच का एक गुण यह भी है की कठिन से कठिन परिस्थिति का निवारण बड़ी सरलता से कर देता है। यह पॉजिटिव सोच एक हल्काफुल्का एहसास ही तो है जो Hume सदा तरोताज़ा रखता है। Thanks for Supporter Singers इस कार्यक्रम में जितने भी गीतों को सम्मिलित किया गया है उन कलाकारों का हृदयपूर्वक धन्यवाद करता हूँ। https://youtu.be/HV7J7IqKio4 | Tum Ko Dekha To Yeh Khayal Aaya | Shriram Iyer | Unplugged Cover | Jagjit Singh | Ghazals | Tum Ko Dekha To | Prajakta Shukre | Tribute to Jagjit Singh (Part1) https://youtu.be/QutgwfHO3Go | Bollywood Nostalgia | Kal Ho Naa Ho | Singh's Unplugged Rendition | ft. Gurashish Singh | Cover https://youtu.be/wPbXLjcGQFI | लकड़ी की काठी | Lakdi ki kathi | Popular Hindi Children Songs | Animated Songs by JingleToons https://youtu.be/3bLfzgZ-wO8--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-07-1314 minHeart2Heart TALK2021-06-2706 minHeart2Heart TALK2021-06-2116 minHeart2Heart TALK2021-06-1705 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKलोग क्या कहेगे इस बात पर हम यु उलझते जा रहे है। We are getting entangled on what people will say.लोग क्या कहेगे इस बात पर हम यु उलझते जा रहे है। We are getting entangled on what people will say. | आज के इस शीर्षक में , मैं यहाँ कुछ नामी कुछ, कुछ बेनाम कवियों की कविताये यहाँ प्रस्तुत कर रहा हूँ। कुछ खामिया अवश्य रह गई होगी , क्यों की मैं मनुष्य हूँ भूल के पात्र हूँ। इसलिए क्षमा का अधिकारी भी हूँ।  जीवन का फलसफा भी बड़ा अजीब है उसे कोई समझ नहीं पाया , जिसे हम समझ पाए , वो हमे नहीं समझ पाया। बस सब अपनी अपनी मौज में गुज़र गए । मंज़िल kisi ko नहीं mili। सिर्फ तसल्ली कर लेते है लोग बाकि तलाश तो  ज़िन्दगी के बाद भी जारी रहती है।कविता हमारे जीवन से सम्बंधित कुछ आयामों को परिभाषित करती है। कुछ प्रेरणा , कुछ शिक्षा कुछ कटाक्ष से हमे जगा जाती है। कुछ कवितायेँ मुद्दों को कहती है , तो कुछ दिल के तारों को छेड़ जाती है। कुछ चुभन दे जाती है। मुश्किलें कब रूकती है क्या रुक जाना , या उससे मुँह फेर लेना छुटकारा है । ख़ुशी और ग़म तो एक धूपछांव से है। बहुत सारी बातें प्रश्न बन हमरे सामने खड़ी है। इनायतेँ होती है उसका कोई मोल चुकाया नहीं जाता। बस दिल से शुक्राना अदा कर दीजिये उन्हें सुकून मिल जायेगा।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-05-3013 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKतू खुद की खोज में निकल, तू किसलिए हताश है। TU KHUD KI KHOJ MEI NIKALतू खुद की खोज में निकल, तू किसलिए हताश है।  TU KHUD KI KHOJ MEI NIKAL | THIS IS A POEM OF HINDI MOVIE "PINK" This poem is dedicated to the unique work of Honorable Prime Minister | भारत इतिहास सदियों पुराना हैं। भले ही कोई कितनी ही Bharat ki जनम Patrika Bana  दे पर भारत वर्ष समस्त धरा पर अकेला राष्ट्र था , इसके बाद दूसरे राष्ट्रों की उत्पति हुई।गन्दी राज नीति और गुलाम परस्ती ने इस देश को बहुत नुक्सान पहुंचाया। ग़ुलाम बनानेवाली विचार धारा और दुष्प्रचार ने भारत को गुलाम बनाया। चंद लालची और मक़्क़ार जय चंदो ने ही भारत का विभाजन किया था।कल और आज में बस इतना ही फ़र्क़ है। बीते कल में राजाओ ने प्रांतीय दुश्मनी का हल गद्दार मुग़लो से चाहा और आज गन्दी राजनीती के खिलाडी वाम पंथी विचार धरा के तलवे चाट रहे है।छोडो कल की बाते , कल की बात पुरानी , हम कितने बेचारे थे ये भुल् जायेगेपर अब शौर्य जाग रहा है, भारत जाग रहा है। क्यों की अबतक जो भेड़ बकरियों के झुण्ड में रहने के आदि थे अचानक कोई शेर ने आकर हमे जगाया -अरे ओ भारत के नर सिंहो उठो ! और तुम भेड़ बकरी होने के वहम को झटक दो। एक बार दहाड़ कर तो देखो , ये सभी वामपंथी भेड़ दुम दबाकर भाग जायेगे।आजकी ये कविता भारत के शेर कहे जानेवाले प्रधानमंत्री के नाम समर्पित हैं जिन्होंने हमे गौरव से जीना सिखाया--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-05-1504 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKदूसरों पर ऊँगली उठाने से पहले हमें अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिएदूसरों पर ऊँगली उठाने से पहले हमें अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए  |  भारत में जब कोरोना नहीं था तब उसकी सम्भावना को कहे जानेवाले तत्वज्ञों ने चेतावनी दी थी , और सावधान होने के लिए देश भर में  अभियान सा किया था।  सभी को इस बात पर इतना भरोसा नहीं था के कोरोना आ सकता है , आखिर कार कोरोना का हमला हुआ और अफरातफरी फैली कई लाखो लोगोने अपनी जान गवाई देश के प्रधान मंत्री ने अपना जितना सहयोग हो सकता था किया और उस पर काबू पा लिया , फिर से सब जीवन व्यवहार चलने लगा  उसके बाद फिर से २०२१ में कोरोना का दूसरा राऊंड शुरू होने की आशंका जाएगी पर लोगो ने पिछली शिक्षा से कुछ सीखा नहीं और कोई एहतियात नहीं बरती आज देश में सभी विपक्ष और आम जनता प्रधान मंत्री को  है कोरोना के इस कहर के लिए जिम्मेंदार मानते है।  प्रश्न है कौन है ज़िम्मेदार खुद से पूछे --- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-05-0807 minHeart2Heart TALK2021-04-3002 minHeart2Heart TALK2021-04-2006 minHeart2Heart TALK2021-04-1707 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKThokar Par Likha Hain Jeene Ka Saliqa | ठोकर पर लिखा है जीने का सलीका |Thokar Par Likha Hain Jeene Ka Saliqa | ठोकर पर लिखा है जीने का सलीका | एक ऐसे इंसान की कहानी जो मुंबई की धारावी झोपड़पट्टी में पला बड़ा हुआ , ज़िन्दगी ने कई ठोकरे दी गिरा और संभाला भी।  कभी भूख प्यास ने  सताया तो कभी लोगो ने ,गरीबी का यही इम्तेहान है वो तरसाती रहती है। पर  उस लड़के के पास दुसरो को हंसाने का हुनर था फिर क्या वो पहुँच गया फ़िल्मी दुनिया के फलक पर।  फिर क्या हुआ ? आइये जानते है। The story of a man who grew up in the Dharavi slum of Mumbai, life dropped and handled many things. Sometimes hunger thirsted, sometimes people persecuted, this is the test of poverty. But that boy had the skills to make others laugh, then did he reach the stage of the film world? What happened then ? Let's know--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-04-0910 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKमेरी माँ हमेशा कहती थी। My Mom always used to sayमेरी माँ हमेशा कहती थी। My Mom always used to say|ये एक प्रेरक संवाद हैं मनुष्य और उसकी आत्मा का यहाँ प्रस्तुत करने का एक प्रयास किया हैं।  आशा हैं आपको पसंद आएगा | माँ हमेशा कहती थी की जीवन में जब सारे रास्ते बंद हो जाये तब एक रास्ता हमेशा खुला होता हैं। और उस रस्ते पर चलनेवाला कभी भी निराश और खाली हाथ नहीं लौटता। आज उस रस्ते पर भी चल कर देख लेते हैं।जानते हो दोस्तों वो रास्ता हैं भीतर की आवाज़ का , जब हम दुनिया की भीड़ में चलते चलते थक जाए, जीत और हार के खेल खेलते हुए  :tbt sttB, n;ttNt ntu sttB  तब हमारे सामने सिर्फ एक ही मार्ग होता हैं परमपिता परमात्मा का। आज सीढ़ी उतरकर यही पूछना हैं, mtkmtth btuk Jttu btltqMgt खुश कैसे हैं जिनके पास ना दुनिया की दौलत हैं , शोहरत हैं कुछ भी तो नहीं हैं। ytst btuhu vttmt vt{tuvtxeomt nI, ctulfctujtulmt, rctjzekdtu nI, ctuldtjttumt nI, vth मैं ज़िन्दगी में जिस शांति की तलाश में भटकता रहा जिस चैन सुकून के लिए तरसता रहा वो मुझे fCte नहीं मिला और उनको gtu mtct कैसे मिल गया। ये आपका कैसा न्याय हैं जो कभी आपके मंदिर mteZegttk ltnek atZt rstmtltu ytvtfu mttbtltu fCte nt:t ltne sttuz,u जिसने कभी आपकी पूजा , अर्चना नहीं की नाहीं कभी आपकी चौखट पर सर हि झुकाया। Qlnu, Nttkr;t, ytltk’ सब कुछ कैसे मिल गया जिसके लिए ये दुनिया के लोग मन्नते मानते हैं , व्रत उपवास रखते हैं। आपकी महाआरती , कथा , यज्ञ और ना जाने आपके नाम से कितने भव्य पांडाल रचे जाते हैं। Mujhe Wo Shanti……Wo Sukoon….. Jttu vthbt mtwFt btwLu fgtw vt{tv;t ltnek nwyt ?--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-03-3009 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKVishwas se Hi Kalpna Sakar Hoti Hain |विश्वास से ही कल्पना साकार होती हैं।Vishwas se Hi Kalpna Sakar Hoti Hain |विश्वास से ही कल्पना साकार होती हैं। प्रत्येक व्यक्ति का ९० प्रतिशत मानसिक जीवन कल्पना अथवा धारणा पर अवलम्बित हैं। यह एक अद्भुत शक्ति हैं। इसका प्रयोग और उपयोग ही आपको जीवन की संकीर्ण सीमा के पार कर सकता हैं। आपका चिंतन जितना सकारात्मक होगा उसकी छबि आपके दिमाग पर स्पष्ट सन्देश देंगी। यही आपके जीवन के तथ्यों और अनुभवों के रूप में प्रकट होगी। हमारा मन कल्पनाशील हैं ,उसे कल्पना में उड़ना पसंद हैं, इसलिए उसे तरंगी मन भी कहते हैं। आपकी धारणा जितनी परिपक्व होगी उसका परिणाम भी सचोट व् प्रत्यक्ष होगा। , पूर्ण रूपी स्वीकृति का कोई विवाद नहीं होताा और परिणाम भी आपके पक्ष को मजबूत करता हैं।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-03-2108 minHeart2Heart TALK2021-03-1108 minHeart2Heart TALK2021-03-0907 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKविषकन्या | Poison girl |विषकन्या | Poison girl |वैदिक साहित्य, लोक कथाओं और इतिहास के अनुसार विषकन्या उस स्त्री को कहा जाता है, जिसे बचपन से ही थोड़ा – थोड़ा विष देकर जहरीला बनाया जाता है । इन्हें विषैले वृक्ष और जीव – जंतुओं के बीच रहने का अभ्यस्त बनाया जाता है । इसी के साथ ही स्त्रियोचित गुणों जैसे गायन, नृत्य और संगीत की शिक्षा भी जाती है । इन्हें सभी प्रकार की छल विद्याओं में माहिर बनाया जाता है, ताकि राजाओं द्वारा इनका इस्तेमाल करके शत्रु राजा को छलपूर्वक मृत्यु के घाट उतारा जा सके ।विषकन्या कई प्रकार से शत्रु राजाओं के शरीर में अपना विष पहुँचाने की अभ्यस्त होती है । जैसे विषकन्याओं का श्वास बहुत ही जहरीला होता है । यदि कोई उनका निश्वास अपने अन्दर ग्रहण करें तो कुछ ही क्षणों में वह बीमार हो सकता है या उसकी मृत्यु हो सकती है । विषकन्यायें अपने मुख में विष रखकर भी चुम्बन लेने के बहाने शत्रु के शरीर में विष पहुँचा सकती है ।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-03-0607 minHeart2Heart TALK2021-02-2706 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKसौंधी खुशबू | Saundhi Khushbooसौंधी खुशबू | Saundhi Khushboo | ये कहानी है संवेदना के छाव की , किसी के साथ को सहेजने की, भीनी भीनी नमी को महसूस करने की। एक अकेला पौधा हो या एक अकेला मनुष्य अपने जीवन के खालीपन को भरने के लिए उत्सुक होता है।  एक खोज रहती है। खिलना और मुरझाना उस बात पर निर्भर करता है की आप कितना स्वयं से जुड़ते है और बिछड़ते है।  किसी जोड़े में से एक का बिछड़ना कितना कष्टदायक होता है। ये बात रामायण में बताई गई है की सारस पक्षी के एक जोड़े  में से एक को आखेटक के द्वारा मारा जाना वाल्मीकिजी ने जब यह देखा तो उन्होंने निषाद को श्राप दिया की जिस प्रणयरत इस जोड़े को तूने मारा है " तुझे कभी शांति नहीं मिलेगी "--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-02-2209 minHeart2Heart TALK2021-02-1811 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKHAPPY BASANT PANCHMI | बसंत पंचमी की बधाईHAPPY BASANT PANCHMI | बसंत पंचमी की बधाई | वसंत का उत्सव प्रकृति की पूजा का उत्सव है। सदैव सुंदर दिखने वाली प्रकृति वसंत ऋतु में सोलह कलाओं में दीप्‍त हो उठती है। यौवन हमारे जीवन का मधुमास वसंत है तो वसंत इस सृष्टि का यौवन। मानव को अपने स्‍वास्‍थ्‍य और जीवन के सौंदर्य के लिए प्रकृति के अनुपम सान्निध्य में जाना चाहिए। निसर्ग में ऐसा जादू है कि मानव की वह समस्‍त वेदनाओं को तत्काल भुला देता है। निसर्ग का सान्निध्य यदि सदैव प्राप्‍त होता रहे तो मानव जीवन पर उसका प्रभाव बहुत ही गहरा होता है।निसर्ग में अहंकार नहीं है। अत: वह प्रभु के अत्‍यधिक निकट है। इसी कारण निसर्ग के सान्निध्य में जाने पर हम भी स्‍वयं को प्रभु के अधिक निकट महसूस करते हैं। सुख-दुःख के समस्‍त द्वंद्वों से परे है - निसर्ग। वसंत हो या वर्षा, अलग-अलग रूपों में प्रभु का हाथ सृष्टि पर फिरता ही रहता है और सम्पूर्ण निसर्ग प्रभु के स्पर्श से निखर उठता है।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-02-1605 minHeart2Heart TALK2021-02-1306 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKबच्चे हमारे राष्ट्र के उज्जवल भविष्य | Bachche Is Rashtr Ke Ujval Bhavishyaबच्चे हमारे राष्ट्र के उज्जवल भविष्य | Bachche Is Rashtr Ke Ujval Bhavishya हर मातापिता को सोचना पड़ेगा की उनका पहला धर्म इंसानियत सिखाना है अगर वो खुद सबक सीखे होंगे तो नहीं तो अनपढ़ ज़ाहिल की भांति अपने बच्चे को सिर्फ आतंकवादी या देशद्रोही ही बना देंगे।हर मातापिता को चाहिए अपने बच्चे को सुविधा तो दे ही पर उसे पैदा करने का हुनर  भी सिखाये , जो बच्चा अपनी आत्म रक्षा नहीं कर सकेगा वो क्या खाक राष्ट्र का निर्माता बन पायेगा। जिसे गिरकर उठना नहीं आता , वोSahare ठोकरों के मोहताज़ होते है। इसलिए अपने बच्चों को सिर्फ तसल्ली नहीं दे, उसे बडासा मैदान दे जहा वो पढाई और करिअर से ऊपर Uthe aur अपने आपको देखे सके समझ सके ।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-02-1005 minHeart2Heart TALK2021-02-0803 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKPal Pal Dil Ke Pas an Instrumental Song | पल पल दिल के पास तुम रहती होनमस्कार दोस्तों ,Pal Pal Dil Ke Pas Instrumental Song | पल पल दिल के पास तुम रहती हो An instrumental song first time putting in front of you |  प्यार का कोई संवाद नहीं होता सिर्फ एहसास होता है। कुछ आँखों में तो कुछ दिल में वो वो नज़र आता है,उसका कोई शब्द नहीं है , नाही कोई शोर होता है। बस एक सदा उठती है, और प्यार हो जाता है। मै कुमार अभिषेक Anchor Fm केTalk to the Heart में आपका स्वागत है। प्यार एक नैमत है इंसान को कुदरत की ओर से , ये दो आंखे भी नेमत है। , एहसास तो दिल से होता है , पर उसकी झलक आँखों में होती है। हर लम्हा उसी के तरन्नुम में गुनगुनाता है। हवा भी गुज़रे तो जैसे उसका लहराता आंचल महसूस होता है , और रात यादो की बरात लेकर गुज़रती है, पल पल दिल के पास तुम रहती हो। There is no communication of love, just a feeling. In some eyes, in the heart, it is seen, it has no words, nor is there any noise. One always wakes up and falls in love. I welcome to Talk to the Heart of Kumar Abhishek Anchor Fm. Love is a norm for a person from nature; these two eyes are also normal. , The feeling is from the heart, but it is seen in the eyes. Every moment hums in the same place. Even as the wind passes, it feels like waves, and the night passes with memories, you live near the heart.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-02-0508 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALK10 अपेक्षायें जो हमें दूसरों से नहीं रखनी चाहियें (Part-2) (10 things to stop expect from others)10 अपेक्षायें जो हमें दूसरों से नहीं रखनी चाहियें (Part-2) (10 things to stop expect from others) |करते। आज के समय में हर कोई किसी ना किसी मतलब से आपके पास आता है। जैसे ही उसका मतलब पूरा हुआ वो आपको छोडकर चला जाता है। यहाँ तक कि आपके परिवार के लोग भी, मित्र, रिश्तेदार या जिसे आप सबसे ज्यादा प्यार करते हैं वो भी, बिना मतलब के हमेशा आपका साथ नही देगा। बहुत कम लोग निस्वार्थ किसी का साथ देते हैं। जब आप किसी से अपने दिल की बात या परेशानियों के बारे में बात करते हैं तो ज्यादातर लोग उस बात को हँसी में टाल जाते हैं या उसका मजाक बना देते हैं या फिर आपकी बातों पर ध्यान ही नहीं देते हैं। जिससे आप अन्दर अन्दर परेशान होते रहते हैं, घुटते रहते हैं।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-02-0306 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALK10 अपेक्षायें जो हमें दूसरों से नहीं रखनी चाहियें (Part 1) (10 things to stop expect from others)10 अपेक्षायें जो हमें दूसरों से नहीं रखनी चाहियें  (10 things to stop expect from others) जब कोई हमारी अपेक्षाओं को पूरा करता है या जैसा हम चाहते हैं वैसा ही करता है तो हमें खुशी होती है लेकिन जब हमारी अपेक्षायें पूरी नहीं होती है तो हम दुखी हो जाते हैं, व्यथित हो जाते हैं, अन्दर से टूट जाते हैं। हर इंसान की सोच (thinking), धारणा (opinion), और समझ (understanding) अलग अलग होती हैं।  इसलिये ये जरूरी नहीं है कि सभी लोग आपकी हर बात से या हर विचार से सहमत (agree) हों, या हमेशा आपका समर्थन करें। यहाँ तक कि आपके माता पिता, आपका सबसे अच्छा दोस्त या पति या पत्नि भी आपकी  हर एक बात से सहमत नहीं होते हैं। दुनिया का हर इंसान किसी ना किसी चीज के लिए संघर्ष कर रहा है। कोई भी Perfect नहीं है। कुछ ना कुछ कमियाँ सभी में होती हैं या कुछ कमियाँ हम दूसरे लोगों में निकाल देते हैं। ऐसा भी कोई नहीं है जो गलतियाँ ना करता हो। थोड़ी बहुत गलती हर किसी से होती है और गलतियाँ करने के बाद ही इंसान सीखता है और अपने आपको पहले से बेहतर बनाता है। इसलिये जिसे आप चाहते हैं, पसंद करते हैं, या आपके परिवार का कोई सदस्य या मित्र, किसी से भी ये अपेक्षा ना रखें कि वो बिल्कुल perfect हो या कभी गलतियाँ ना करें।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-02-0109 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKSirf Khud Ke Prati Jawabdehi Baniye | सिर्फ खुद के प्रति जवाबदेह बनिए , 4 लोगों के प्रति नहीं" सुनते रहिये।Sirf Khud Ke Prati Jawabdehi Baniye | सिर्फ खुद के प्रति जवाबदेह बनिए , 4 लोगों के प्रति नहीं" नमस्कार दोस्तों , आजकी कहानी है खुश कैसे रहा जा सकता है। सच्ची ख़ुशी क्या है। आजकल लोÛों के पास पहले से ज्यादा सुविधा,ं हैं लेकिन बावजूूद इसके किसी के पास पल भर की खुशी नहीं है। हर ,क आदमी खुशी की तलाश में है। दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी ,प्पल के को-फाउंडर स्टीव वोज्नियाक ने अपने खुश करने का राज दुनिया के सामने शेयर किया है। स्टीव वोज्नियाक का कहना है कि जिंदÛी में खुश रहने के लि, पैसों से ज्यादा जिंदÛी जीने का तरीका मायने रखता है।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-01-2804 minHeart2Heart TALK2021-01-2616 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKबसंत बहार (२) |बसंत बहार (२) नमस्कार श्रोता बंधुओं वसंतोत्सव की बहुत सारी बधाई के साथ Anchor Fm के Talk to the heart में आज मै लेकर आया हूँ "वसंत बहार-2 " जीहा बंधुओ ये है आजके कार्यक्रम का शीर्षक जिसमे हम वसंत की फुहार में झूमेंगे जायेगे मैं कुमार अभिषेक आपका हार्दिक स्वागत करता हूँ सुनते रहिये।  धन्यवाद | वसंत की शुरुआत माघ महीने की शुक्ल पंचमी से हो जाती है। रामायण में महर्षि वाल्मीकि ने वसंत का अत्‍यंत मनोहारी चित्रण किया है। भगवान कृष्ण ने गीता में 'ऋतुनां कुसुमाकरः' कहकर वसंत को अपनी सृष्टि माना है।कविवर जयदेव तो वसंत का वर्णन करते थकते ही नहीं। सतत्‌ आकर्षक लगने वाला निसर्ग वसंत ऋतु में अत्‍यधिक लुभावना लगने लगता है। अपने अनोखे सौंदर्य के कारण वह मनुष्‍यों को आकृष्ट करता है। Basant Bahar (2) Namaskar Listeners With many congratulations of the brothers Vasantotsav, I have brought in the talk to the heart of Anchor Fm today "Vasant Bahar-2" Jiha Bandhu This is the title of today's program in which we will be swinging in the spring show. I heartily welcome you Kumar Abhishek, keep listening. Thank you. Spring starts on the Shukla Panchami of the month of Magha. In the Ramayana, Maharishi Valmiki has given a very beautiful depiction of Vasant. Lord Krishna has considered Vasant as his creation by saying 'Ritunam Kusumakarah' in the Gita.The poet Jayadev does not get tired of describing Vasant. The eternally attractive nature seems to be very attractive in the spring. He attracts humans due to his unique beauty.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-01-2509 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKबसंत बहार | Welcome Springबसंत बहार |  Welcome Spring | यह शीर्षक हर जगह मौसम के सुखद होने का प्रतीक है। पंछी, प्रकृति और इंसान के बीच तालमेल बना रहता है। हवा में खुशबू फैलना, फूल खिलना, भंवर गुनगुनाते हुए वसंत के संकेत हैं | वसंत ऋतु भारत की छः ऋतुओं में से एक है . अन्य पांच ऋतुएँ  हैं — वर्षा , ग्रीष्म , शरद , शिशिर एवं हेमंत . वसंत का आगमन हेमंत ऋतु के बाद होता है .  हिन्दू पंचांग के अनुसार वसंत ऋतु का आगमन हर वर्ष माघ महीने के शुक्ल पंचमी को होता है . ग्रेगेरियन केलिन्डर के अनुसार के अनुसार यह तिथि फरवरी माह के द्वितीय पक्ष या मार्च महीने के प्रथम पक्ष में पड़ती है .वसंत ऋतु में वातावरण का तापमान सामान्य रहता है . प्रकृति की सुन्दर छटा देखते ही बनती है . पेड़ों पर नए पत्तों की कपोलें फूट पड़ती हैं . ऐसा लगता है मानो प्रकृति ने हरियाली और खुबसूरत फूलों से अपना श्रृंगार किया हो . फूलों और फलों की खुशबू से वातावरण मनमोहक बन जाता है . कोयल  की कूक भी इस मौसम की ख़ास विशेषता है | This title symbolizes the pleasant weather everywhere. Birds maintain a synergy between nature and humans. Fragrance in the air, blooming flowers, whirlpools are the signs of a humming spring. Spring season is one of the six seasons of India. The other five seasons are - Rain, Summer, Autumn, Shishir and Hemant. The arrival of spring occurs after Hemant season. According to the Hindu calendar, the arrival of spring occurs every year on the Shukla Panchami of the month of Magha. According to Gregorian calendar this date falls on the second side of the month of February or the first side of the month of March. The temperature of the atmosphere is normal in the spring. Beautiful beauty of nature is formed on seeing it. The cheekbones of new leaves burst on the trees. It seems as if nature has done its makeup with greenery and beautiful flowers. The fragrance of flowers and fruits makes the atmosphere beautiful. Cuckoo's cook is also a special feature of this season.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-01-2209 minHeart2Heart TALK2021-01-1803 minHeart2Heart TALK2021-01-1602 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKकभी कभी आदमी उसके दिन को बुरा बना लेता है। Kabhi Kabhi Admi Uske Din Ko Bura Banaa Leta Hai .कभी कभी आदमी उसके दिन को बुरा बना लेता है। Kabhi Kabhi Admi Uske Din Ko Bura Banaa Leta Hai .मनुष्य स्वभाव से ही भविष्य दृष्ट्रा रहा है , वो आजकी नहीं कल की चिंता में डूबा रहता है। पर वो ये भी तो जनता की चिंता से काम संवरते नहीं बिगते है। जब आपकी सोच नकारत्मकता के चिंतन से घिर जाएगी तो वो सही परिणाम कैसे दे सकती है। ये बात अच्छी तरह से समझनी होगी। मै कुमार अभिषेक, आपके सामने एक समझदारवाली बात लेकर आया हूँ। सुनते रहे धन्यवादMan is looking at the future by nature, he is immersed in the worries of tomorrow, not today. But they also do not spoil the work due to public concern. When your thinking is surrounded by the thinking of negativity then how can it give the right result. This thing has to be understood well. I have brought before you a sensible thing, Kumar Abhishek. Keep listening thank you--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2021-01-0903 minHeart2Heart TALK2021-01-0703 minHeart2Heart TALK2021-01-0411 minHeart2Heart TALK2021-01-0212 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKआखिरी सफ़र| Last Ride (Part 1)आखिरी सफ़र| Last Ride | इस कहानी के प्रस्तुतकर्ता है प्रतिलिपि , लेखक है आकाशदीप |  पति-पत्नी का संबंध एक ऐसा अटूट संबंध है जिस संबंध पर तन, मन, धन सबकुछ न्यौछार हो जाता है। यह संबंध है प्रेम का, ये संबंध है उस रिश्ते का जिसे हम दिल और आत्मा से स्वीकार करते हैं। यह वो संबंध है जिसके लिए हम अपने जीवन का सबकुछ एक-दूसरे पर न्यौछावर कर देते हैं।ये कहानी संवेदना से भरे इंसान की है , पश्चाताप की है। दांपत्य जीवन में एक दूसरे को समझने के जीवन जीने की प्रेरणा देती है। केवल काम और पैसा सबकुछ नहीं होता , उसमे  प्यार की फुहारभी होनी चाहिए।  भावो के स्पदन  को भी समझने का समय देना चाहिए। The relationship between husband and wife is such an unbreakable relationship on which body, mind, money and everything gets invited. This is the relationship of love, this is the relationship that we accept with heart and soul. This is the relationship for which we sacrifice everything in our lives to each other. This story is about a person full of compassion, of remorse. In married life, it gives inspiration to live life by understanding each other. Only work and money is not everything, it should be filled with love. Time should be given to understand the mood of the emotions.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-12-3113 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKसेल्स में कैसे पाए सफलता | SALES MEI KESE PAYE SAFALTAसेल्स में कैसे पाए सफलता | SALES MEI KESE PAYE SAFALTA | सेल्स में  सफलता आपको ज़रूरत पैदा करनी होगी। आपको लोगो की ज़रूरत बनानी होगी। आपको कुछ ऐसा करना होगा। जिससे लोग आपके प्रोडक्ट्स में इंटरेस्ट दिखाए। तभी आप सेल्स में मास्टर बन पाएंगे। बातों को बढ़ा-चढ़ाकर मत बोलें या न ही ज्यादा झूठ बोलें। प्रोडक्ट की पोजीशनिंग धारणा बनाने के बारे में है, धोखे से नहीं। बातों को कुछ इस तरह से पोजीशन करें, ताकि उसकी वजह से प्रोडक्ट खुद-ब-खुद ऊँचा उठ जाए। इसका मतलब, कि प्रोडक्ट से जुड़े हुए, चाहे जाने वाले, पॉज़िटिव वैल्यूज वही हैं, जो इसे बेचते हैं। How to achieve success in sales SALES MEI KESE PAYE SAFALTA | You must create success in sales. You need to make a logo. You have to do something like this. So that people show interest in your products. Only then you will be able to become a master in sales. Do not over-speak or over-lie. Product positioning is about making assumptions, not deceiving. Position things in such a way, so that because of that the product automatically rises. This means that the positive values ​​associated with the product, whether known, are the same as those who sell it.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-12-2804 minHeart2Heart TALK2020-12-2506 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKलवमंत्र : यह कैसा प्यार है | LOVE Mantraलवमंत्र : यह कैसा प्यार है | LOVE Mantra | प्यार, रोमांस ये मानवीय भावनाओं का नाम है, अब यह समय बदल गया है, आज के युवा एक जीवन जीते हैं जो वे चाहते हैं, हालांकि, हर कोई इस तरह की छेड़खानी वाले जीवन को नहीं मानता है। लेकिन अधिकांश युवा बिना किसी बाध्यता के मुक्त जीवन चाहते हैं, यह वैसा ही होना चाहिए जैसा वे चाहते हैं, वे हर मामले को इसी तरह चाहते हैं। उनके बारे में छोटी कहानी। कृपया सुनो | Love , Romance these are the name of human feelings, now it's changed by the time, today;s youth live a life what they want, although, not everybody is concidered such a flirting life. but most of youth want a free life without any obligation, it should be like they want, they want every affair likewise.  the short story about them. please do listen--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-12-2304 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKसकारात्मक सोच की कहानी |सफलता का रहस्य|सकारात्मक सोच की कहानी |सफलता का रहस्य | नमस्कार दोस्तों , हम सब एक विचार सागर में रहते है। इसलिए दुसरो के विचार भी हमारे दिमाग पर असर करते है। पर कुछ लोगो का जीवन एक कंवल की भांति होता है , वो दुसरो का मार्गदर्शन करते रहते है। जिसके द्वारा हमारा जीवन उत्साहित होता रहता है। आप जीवन में किसी भी चीज को पाना चाहते हो, तो उसे आपका बेइंतहा चाहना जरुरी है । मतलब हर समय आपको उसे पाने के बारे में सोचना चाहिए । अगर ऐसा नही है तो शायद आप उसे देर से पाओ या शायद ना भी पाओ । जब सोचने की बात आती है तो ज्यादातर लोग ये नहीं समझ पाते है कि क्या सोचना चाहिए । किसी भी सोच के दो पहलू होते है – एक विधेयात्मक दूसरा नकारात्मक । दोनों का मतलब लगभग एक सा होता है लेकिन इनका दिमाग पर असर ठीक उल्टा होता है ।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-12-2105 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKलहरों से डरकर नौका पार नहीं होती | Lehron Se Dar Kar Nauka Paar Nahi Hotiलहरों से डरकर नौका पार नहीं होती | Lehron Se Dar Kar Nauka Paar Nahi Hoti | राष्ट्रीय कवि सोहनलाल द्विवेदी की रचना में जीवन की सफलता का रहस्य छुपा है।  मनुष्य को सिख मिलती है , की छोटी सी ठोकर से गिर जाए तो फिरसे उठकर आगे चलना ही जीवन है , रुकना तो मौत है। " बैठ जाता हूँ मिट्टी पे अक्सर " एक अनामी कवि की रचना है।जो हमें निरभिमान होकर जीवन  रहने  की सिख देता है।  The boat does not cross due to fear of the waves. Lehron Se Dar Kar Nauka Paar Nahi Hoti | The secret of success of life is hidden in the composition of the national poet Sohanlal Dwivedi. A man finds a Sikh, that if he falls from a small stumbling block, he has to rise again and walk forward, to stop is death. "I sit down on the soil often" is the creation of an unnamed poet who teaches us to live life without fear.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-12-1507 minHeart2Heart TALK2020-12-1205 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKकोई कितने ही फल तोड़े, पेड़ को तो बस फलते ही जाना है।कोई कितने ही फल तोड़े, पेड़ को तो बस फलते ही जाना है। इस छोटी सी प्रेरक कहानी में, किसी पेड़ से फल तोड़ कर उसे बेझार  छोड़ देना स्वार्थी मनुष्य स्वाभाव का एक उदाहरण है। किसी के उपकार को हम थैंक यू भले ना कहे , पर उसके दिल को ठेस तो ना पहुचाये , ये दुनिया भावना के अभावो में जीने लगी है। इसी लिए लोगो को कदम कदम पर चोंट मिलती है। क्यों की हमारी सुख व्यवस्था ने हमे मशीनी बना दिया है। और जो जड़ होता है उसमे संवेदना नहीं होती।  कहि हमने संवेदना खो दी है अथवा खोते चले जा रहे है। सभी ऐसे नहीं है , पर बहुतायत में,  दिखाई दे रहे है, क्या इसे हम मानवता कहगे , जी नहीं कहि ना कहि मशीनी एजुकेशन ने हमे भावनाविहीन मौड़ पर खड़ा कर  दिया  है।  No matter how many fruits are harvested, the tree has to go on growing. In this short inspiring story, breaking fruit from a tree and leaving it untainted is an example of selfish human nature. We may not say thank you to anyone's benefit, but do not hurt his heart, this world has started living in the absence of emotion. That is why people get a choice on the steps. Because our pleasure system has made us mechanistic. And the root is not in it. Say that we have lost sensation or are going on losing. Not all are like this, but in abundance, we are seeing it, shall we call it humanity, no, no, no, mechanical education has made us stand on emotionless mood.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-12-1003 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKपैरों के निशान | foot prints (An Inspirational Short Story)   पैरों के निशान | foot prints (An Inspirational Short Story) जो, परम तत्व परमात्मा में अपनी श्रद्धा  रखते है , उनके  जीवन का एक एक क्षण अमूल्य बन जाता है।  वो जिस जिस कार्य को करते है, वो कार्य एक संवेदना की नमी लिए रहता है , उसमे एक प्रकार से धड़कता जीवन होता है।   इसमें एक कड़वा सच भी है। उस व्यक्तित्व को अमूल्य रत्न के भांति कई परीक्षाओ से गुज़रना  पड़ता है। इस प्रकार  उसकी आभा का विकास ही होता है और वह एक  अलौकित गति को प्राप्त होता है।   एक प्रेरक लघु कथा आपके सन्मुख प्रस्तुत है। भावनाएं कभी मारनी नहीं चाहिए , वो संवेदना को मार देती है, तथापि कुछ लोग भावना विहीन जीए जाते है। मैं कुमार अभिषेक Anchor FM  के Talk to The Heart में आपका हार्दिक स्वागत करता हूँ , सुनते रहे। Footprints | foot prints (An Inspiration Short Story), who hold their reverence in the supreme element God, each moment of their life becomes priceless. The work that he does, that work carries the moisture of a sensation, there is a kind of throbbing life in it. There is also a bitter truth in this. Like that invaluable gem, that person has to go through many trials. In this way his aura develops and he attains a supernatural pace. An inspiring short story is presented to you. Emotions should never be killed, it kills sensation, however some people live without emotion. I warmly welcome you to Kumar Abhishek Anchor FM's Talk to the Heart, keep listening.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-12-0603 minHeart2Heart TALK2020-12-0208 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKरिश्तों में बोझ या बोझिल रिश्ते- क्यों और क्या हैं कारण?रिश्तों में बोझ या बोझिल रिश्ते- क्यों और क्या हैं कारण?| Burden or burdensome relationships in relationships - why and what are the reasons? रिश्ते जीने का संबल, जीने का सबब, एक सहारा या यूं कहें कि एक साथ… रिश्तों को शब्दों के दायरे में परिभाषित नहींकिया जा सकता, उन्हें तो सिर्फ़ भावनाओं में महसूस किया जा सकता है. लेकिन बात आजकल के रिश्तों की करें तो उनमेंना भावनायें होती हैं और ना ही ताउम्र साथ निभाने का माद्दा, क्योंकि आज रिश्ते ज़रूरतों और स्वार्थ पर निर्भर हो चुके हैं. यही वजह है कि रिश्तों में बेहिसाब बोझ बढ़ते जा रहे हैं और हर रिश्ता बोझिल होता जा रहा है. ऐसे में इनके करणों को जानना बेहद ज़रूरी है.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-11-2709 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKसोच गुलाम है फिर आजादी का जश्न किस लिए है ?हम जिस स्वतंत्र भारत में रहते है , वो आजभी स्वतंत्र नहीं है , यहां कई जयचंद है , कई औरंगजेब है , और कई फिरंगी भी है। जबतक ये मानस इस धर्म भूमि पर है , तबतक नाही हिन्दू राष्ट्र , वैदिक, अथवा सनातन धर्म की कोरी कल्पना साकार हो पायेगी ।जागरण आवश्यक है , आज ही हमे उठना होगा और कुचलनि होगी मुग़ल सोच को , अंग्रजी सोच को, घर घर से सरदार पटेल , भगत सिंह , शिवजी , सुभाष चंद्र बॉस को जागना होगा। आज नहीं कल कभी नहीं आएगा। The independent India that we live in is still not independent, there are many Jaychand, many Aurangzeb, and many Firangi. As long as this psyche is on this land of religion, only the imagination of Hindu nation, Vedic, or Sanatan Dharma will be realized.Awakening is necessary, today we will have to get up and crush Mughal thinking, English thinking, Sardar Patel, Bhagat Singh, Shivji, Subhash Chandra Boss will have to wake up from house to house. Not today, tomorrow will never come.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-11-2409 minHeart2Heart TALK2020-11-2103 minHeart2Heart TALK2020-11-1905 minHeart2Heart TALK2020-11-1305 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKइंसान का चेहरा उसके दिल का आईना होता है| A human face is a mirror of his heart.इंसान का चेहरा उसके दिल का आईना होता है. जो दिल में है वो चेहरे पर नुमाया हुए बग़ैर नहीं रह पाता. और अगर उस चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाए तो कहने ही क्या. किसी ने ख़ूब कहा है 'मुस्कुराहट चेहरे का नूर है.'कभी-कभी इंसान का दर्द भी मुस्कुराहट बन कर चेहरे पर आ जाता है, तो कभी यही मुस्कुराहट किसी की खुशी की वजह बन जाती है. एक बच्चे की मुस्कुराहट हमारी सारी चिंताओं को कुछ पलों के लिए दूर कर देती है.A human face is a mirror of his heart. The one who is in the heart cannot remain without a face. And what to say if a smile comes on that face. Someone has said well, 'Smile is the face of Sharpness'. Sometimes a person's pain also comes on the face as a smile, sometimes this smile becomes a reason for someone's happiness. A child's smile removes all our worries for a few moments.--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-11-1109 minHeart2Heart TALK2020-11-0605 minHeart2Heart TALK2020-09-1806 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKOsho Ne Kaha Tha . ओशो ने कहा था।Osho Ne Kaha Tha . ओशो ने कहा था। आदमी  की चिंता यही है कि जहा कुछ भी नहीं ठहरता, वहां वह ठहराने का आदमी आग्रह करता है। अगर मुझे यश है, तो मैं सोचता हूं मेरा यश ठहर जाए। अगर मेरे पास धन है, तो मैं सोचता हूं मेरे पास धन ठहर जाए। अगर मेरे पास जो भी है,  मैं चाहता हूं वह ठहर जाए। अगर मुझे कोई प्रेम करता है, तो मैं चाहता हूं यह प्रेम चिर हो जाए। सभी प्रेमी की यही आकांक्षा है कि प्रेम शाश्वत हो जाए। इसलिए सभी प्रेमी दुख में पड़ते हैं। क्योंकि इस जगत में कुछ भी शाश्वत नहीं हो सकता, प्रेम भी नहीं। यहां सभी बदल जाता है। जगत का स्वभाव बदलाहट है। इसलिए जिसने भी चाहा कि कोई चीज ठहर जाए वह दुख में पड़ेगा।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-09-1303 minHeart2Heart TALK2020-09-0705 minHeart2Heart TALK2020-09-0506 minHeart2Heart TALK2020-08-3104 minHeart2Heart TALK2020-08-2611 minHeart2Heart TALK2020-08-2506 minHeart2Heart TALK2020-08-2305 minHeart2Heart TALK2020-08-2202 minHeart2Heart TALK2020-08-2208 minHeart2Heart TALK2020-08-2106 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKहास्य नाटक | comedy act | मुंशी इतवारीलाल और बाज़ बहु  हास्य नाटक | comedy act | मुंशी इतवारीलाल और बाज़  बहु बाबूलाल: (बड़बड़ाते हुए) एक हजार एक सौ मरतबा समझा गया, पर वाह रे तिरिया! कान पर जूं नहीं रेंगती। सतीश: (आवाज लगाकर) क्या बात है बाबूलालजी, सुबह जल्दी लालटेन हो रहे हो! बैठक में आने वाले या अंदर ही भाषण देते रहते हैं। बबलू: (पास आते हुए) आया सतीश बबलू! भाषण नहीं दे रहा हूँ। अपने कर्म को रो रहा हूँ। लेकिन इस घर में मेरी कोयी सुने, तब न। बताइये, एक हजार एक सौ एक मरतबा कोई बात कहूँ तो उसका असर क्यों नहीं होता। सतीश: वास्तव में यह ताज्जुब की बात है! हजार बार कहने से तो मंत्र से भी सिद्ध हो जाता है। बाबूलाल: आप ही देखिए न सतीश बबलू! मैंने हजार बार अपनी बहू से कह दिया कि सुबह जब मैं तिजोरी खोलकर लक्ष्मीमाया के दर्शन करता हूँ, उस वक्त मेरे सामने न पड़ा था। ‘वह है कि बू बाबूजी चाय’ कह कर छिपकली की तरह सामने कूद पड़ती है। कसम भगवान की, इतना गुस्सा आता है कि मेरे माथे में चाय की केतली उबलने लगती है। सतीश: कमाल है जनाब! कोयी सुबह सुबह चाय न मिलने पर गुस्साता है और आप चाय देखकर भड़कते हैं। बाबूलाल: हॉं मैं भड़कता हंन। मुझे तिजोरी खोलते वक्त बहू का आना कतई पसंद नहीं है। सतीश: क्यों वह तिजोरी पर हाथ साफ करता है। बबलू: जी नहीं! आप तो जानते हैं, साल के साल गुजरते जा रहे हैं, पर उसे कोख फलने का नाम नहीं लेती। घरवाली कहती है कि वह बॉंज़ है। मुहल्लेवाले उसकी छांव बरकाने लगे हैं। ऐसा अशुभ पहलू देखने को मैं ही बचा रहा हूँ। सतीश: अच्छा तो यह बात है। मैंने तब सोचा था कि शायद लड़के-बहू में बनती नहीं है। बाबूलाल: बनती क्यों नहीं। हे सतीश भैया, बनती तो ऐसी है कि गुड़ और चींटा माँ खा जाए। पर भैया, ऊसर में कहीं दूब जमती है। मेरी ऑख तरस बन गई चांद से पोते का मुंह देखने के लिए। वह दिन आता है तो मैं क्या नहीं करता। (लम्बी सांस भरकर) पर किस्मत को क्या कहूँ। सतीश: (जोश में) आप भी बाबूलाल जी, मर्द हो कर किस्मत का रोना रोते हैं। जो किस्मत पर काबू न पाया, वह भी कोयी इंसान है। बहू बांज़ निकल गयी तो उसका क्या रोना। हुमक कर लड़के की दूसरी शादी कर डालिये। देखिये, एक लड़की मेरी निगाह में है। बाबूलाल: यही तो रोना है सतीश बाबू! लड़के पर अपना ओवर जो नहींहैं। वह दूसरी शादी की बात सुनकर ऐसे मौनी बाबा बन जाती है गोया मुंह में भाषण ही न हो। सतीश: वाह बबलूजी! आप क्या लड़के को अनिश्चित समझ रहे हैं, जो वह आपके सिर पर चढ़कर हामी भर देगा। आप शादी का डॉल तो बैठाइये। बाबूलाल: क्या डारुल बैठाऊं! ऐसे में कौन भला आदमी ऑंख मूंदकर लड़की देगा। पड़ोसी हैं, समाज है और सबसे ऊपर मुंशी इतवारी लाल की लताड़ का डर है। सतीश: देखिए बाबूलालजी, समाज और मुंशी इतवारीलाल को तो अपने अंग पर रखिये। रही लड़की की बात, सो मेरी निगाह में तुम्हारी बिरादरी की ही एक लड़की है। रूप-गुण में लक्ष्मी है, पर हॉन्, जरा गरीब है। बाबूलाल: (उत्सुकता से) ऐसा। तो फिर देर क्या है सतीश बाबू! नेकी और पूछ पूछ। तुम बात क्यों नहीं चलाते सतीश: बात तो पक्की ही समझ में आती है। बस, आप एक बार चलकर लड़की देख ली रहें। लड़की क्या है, कच्चे दूध का कटोरा समझिये। बाबूलाल: तो चलिए, आज ही चलता हूँ। सतीश: चलिए, एक बात समझ लीजिये। लड़की गरीब घर की है, इसलिए कुछ मिलने का डौल नहीं है। बाबूलाल: आप मुझे क्या पैसा का लालची समझते हैं। सतीश: नहीं, मैं तुम्हें साधु समझता हूँ। पर बात पहले पहले ही साफ कर लेना अच्छा रहता है। और हॉं, अच्छी बहू के लिए अगर आपका कुछ रुपया खर्च हो जायें, मेरा मतलब है - गरीब लड़की वाले की कुछ मदद करनी पड़े तो आप तैयार हैं। बबलू: (आश्चर्य से) जी …… .ई …… ई ………। आप करेंगे तो वह भी करेगा। सतीश: (अकड़ कर) मैं कुछ नहीं चाहता। मैं तो सिर्फ दोस्तों की मदद और खिदमत करना चाहता हूँ। पर घर करते हाथ जलते हैं, इसलिए सारी बात दो टूक कह दी। नहीं तो बाद में आप मुंशीजी के सामने रोना रोने लगें। बाबूलाल: मुंशीजी को छोड़ दो सतीश बाबू! वे तो हमेश लेक्चर झाड़ते रहते हैं। सातवें आसमान से बातें करते हैं। उन्हें कभी आदमी की कसक नहीं सालती। मैं इस बारे में उन्हें बताना नहीं चाहता।--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2020-08-2006 minHeart2Heart TALK2019-11-1507 minHeart2Heart TALK2019-08-1003 minHeart2Heart TALK2019-07-1706 minHeart2Heart TALK2019-07-1613 minHeart2Heart TALK2019-04-1804 minHeart2Heart TALK2019-03-2503 minHeart2Heart TALK2019-03-2510 minHeart2Heart TALK2019-03-2506 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKJEEVAN EK KHELमेरे प्यारे श्रोतागण मैं आपका प्यारा  दोस्त कुमार अभिषेक (वौइस् ओवर आर्टिस्ट)आपलोग मुझे सुनते हैं इसके लिए धन्यवाद् , आज से शुरू होता एपिसोड का विषय हैं  " जीवन एक खेल " दोस्तों क्षमा करे ये मेरी मातृ भाषा गुजराती में हैं , मैं कोशिश करूँगा इसे हिंदी में रूपांतरित करने की फिलहाल , ये गुजराती में हैं , ये भाषा इतनी कठिन नहीं हैं , इसके कुछ शब्द हिंदी जैसे ही है।  जीवन एक खेल के साहित्यकार - कुंदनिका कपाडिया हैं इस में चेतन मन और अवचेतन मन की बात को कही गई हैं।  हम क्यों विफल होते है ? हम कैसे सफल होते हैं।  ये  रहस्य को उजागर करनेवाली बात यहाँ प्रस्तुत की गई हैं।  मैं इसे जिवंत बनाने के लिए अपनी आवाज़ से कोशिश करूँगा।  धन्यवाद् --- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2019-03-1810 minHeart2Heart TALK2018-08-2503 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKSuvichar|सुविचार|hindi suvichar |kumar abhishekhttps://youtu.be/qzpkAz8ZfTISuvichar|सुविचार|hindi suvichar - जीवन में लक्ष्य का होना ज़रूरी क्यों है ?यदि आपसे पूछा जाये कि क्या आपने अपने लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित कर रखे हैं तो आपके सिर्फ दो ही जवाब हो सकते हैं: हाँ या ना .अगर जवाब हाँ है तो ये बहुत ही अच्छी बात है क्योंकि ज्यादातर लोग तो बिना किसी निश्चित लक्ष्य के ही अपनी ज़िन्दगी बिताये जा रहे हैं और आप उनसे कहीं बेहतर स्थिति में हैं. पर यदि जवाब ना है तो ये थोड़ी चिंता का विषय है. थोड़ी इसलिए क्योंकि भले ही अभी आपका कोई लक्ष्य ना हो पर जल्द ही सोच-विचार कर के अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं.लक्ष्य या Goals होते क्या हैं?लक्ष्य एक ऐसा कार्य है जिसे हम सिद्ध करने की मंशा रखते हैंकुछ उदाहरण लेते हैं: एक विद्यार्थी का लक्ष्य हो सकता है: अंतिम परीक्षा में 80% से ज्यादा अंक लाना.” एक कर्मचारी का लक्ष्य हो सकता है अपनी कार्य के आधार पर पदोन्नति पाना. एक गृहिणी का लक्ष्य हो सकता है :” घर बैठे कोई व्यवसाय करना. एक blogger का लक्ष्य हो सकता है:” अपने ब्लॉग की page rank शुन्य से तीन तक ले जाना” एक समाजसेवी का लक्ष्य हो सकत--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2018-08-2106 minHeart2Heart TALK2018-08-1800 minHeart2Heart TALK2018-08-1818 minHeart2Heart TALK
Heart2Heart TALKWhat is Digital Marketing|डिजिटल मार्केटिंग (हिंदी )What is Digital Marketing|डिजिटल मार्केटिंग (हिंदी )Great Graphics welcomes you | Namskar dosto डिजिटल मार्केटिंग को समझने से पहले मार्केटिंग क्या हैं ये समझना होगा, मार्केटिंग एक ऐसी प्रक्रिया(एक्टिविटी है) हैं जो ग्रुप ऑफ़ कस्टमर के बिच में होती हैं, प्रोडक्ट और सर्विसेज को अलग अलग माध्यम के द्वारा promot किया जाता हैं। मार्केटिंग के अलग अलग तरीके हैं जैसे रेडियो , टेलीविज़न , न्यूज़ पेपर इत्यादि इसके अलावा , हमे ग्राहकोकि ज़रूरतों को समझना पड़ेगा। उसके अनुसार हमें अपनी उत्पाद को बढ़ाना और आगे लेजाना होता हैं। उत्पाद को उस सम्बंधित ग्राहकों तक पहुचाये जिसकी उन्हें तलाश हैं। अगर हम हमारे ग्राहकों और उसकी ज़रूरतों तक पहुंच पाते हैं तो हम अच्छी तरह मार्केटिंग कर पाते हैं। एक कंपनी को ये जानना ज़रूरी होता हैं की वो सिर्फ इतना ना जाने की उसके ग्राहक को क्या नहीं मिला ? पर ये भी जाने की उसे क्या मिल रहा हैं ? तभी वो कंपनी मार्किट में टिक सकती हैं। आज डिजिटल मार्केटिंग ने मार्किट का पूरा हुलिया ही बदल दिया। । सिर्फ अच्छी प्रोडक्ट और सर्विसेज ही पर्याप्त नहीं हैं। ये भी जानना ज़रूरी है--- Send in a voice message: https://anchor.fm/kumar-abhishek/messageSupport this podcast: https://anchor.fm/kumar-abhishek/support
2018-08-1408 min