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Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
टीस / Tees
प्रायः आपको अपने आस-पास ऐसी स्त्रियाँ मिल जाएँगी जो परिवार के हित के लिए सब कुछ स्वाहा करके भी खाली हाथ रह जाती हैं। यदि आवाज़ उठाती हैं तो न जाने कितने विशेषणों से परिभाषित की जाती हैं और चुपचाप सहती जाती हैं तो स्वयं कुंठा का शिकार होती रहती हैं। आवश्यकता है तो संतुलन की। इस संतुलन को बनाए रखने में सभी का योगदान होना चाहिए न कि केवल और केवल स्त्री का। मेरी टीेस कहानी ने आपको भी टीस का अहसास कराया हो तो अपने कहानी सुनने के शौकीन मित्रों के साथ सांझा जरूर कीजिएगा तथा अपने विचार shradha.pdy@gmail.com पर लिखने का कष्ट कीजिएगा। जल्द ही मिलेंगे अपनी लिखी एक और कहानी के साथ तब तक आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में---
2022-06-12
16 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
भाग्य विधवा का / Bhagya Vidhva Ka
जब आँसुओं ने सारे बंधन तोड़ दिया तो एक सुनसान स्थान पर गाड़ी रोक कर फूट-फूट कर रोने लगी। थोड़ा मन हल्का हुआ तो कार स्र्टाट की और चल पड़ी अपनी वीरान दुनिया में जहाँ धोखे का सन्नाटा पसरा था। पूरे रास्ते सोचती रही कि सचमुच मुझसे तो वह विधवा भाग्यशाली है जिसके प्यार का कोई नाम था, जिसके नाम को वह गर्व से ले सकती है। प्रतिक्रिया हेतु shradha.pdy@gmail.com पर संपर्क कीजिए --
2022-05-13
12 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Bol/ बोल
जीवन के कड़वे सत्य को उजागर करती हुई यह एक ऐसी कहानी है जो काल्पनिक होते हुए भी बहुत अधिक सत्यता के धरातल पर रची गई है। द्रौपदी सिर्फ महाभारत में ही नहीं लुटी गई बल्कि कलयुग में तो कई बार लुटी और लुटती चली जा रही है। अगर मेरी कहानी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा कीजिए तथा shradha.pdy@gmail.com पर अपनी प्रतिक्रिया देने की कृपा कीजिए।
2022-01-14
12 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Shayad Yahi Jeevan Hai/ शायद यही जीवन है
शीला तो एक किरदारमात्र है ऐसी अनेकों शीला हमारे आस-पास मिल जाएँगी। इस कहानी के द्वारा मैंने बताने का प्रयास किया है कि जीने का सहारा, खुशियों की वजह खुद ही ढूँढ़नी पड़ेंगीं। खुशियाँ और कहीं नहीं बल्कि यहीं हैं यहीं हैं यहीं है। मेरी कहानी ने यदि आपके दिल को छू लिया हो तो कृपया अपने मित्रों के साथ जरूर साँझा कीजिए और अपने विचार shradha.pdy@gmail.com पर भेजने का कष्ट कीजिए।
2021-12-15
10 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Dada ji ki Pathshala/ दादा जी की पाठशाला
महानगरीयजीवन तथा वैश्वीकरण ने हमें अपनों से दूर एकाकी जीवन जीने के लिए मजबूर कर दिया है। संभावनाओं का तलाशती मेरी यह कहानी'दादा जी की पाठशाला' जरूर सुनिए एर अच्छी लगे तो अपने मित्रों के साथ साँझा जरूर कीजिए तथा अपने विचार shradha.pdy@gmail.com पर भेजने का प्रयास कीजिए---
2021-12-01
16 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Nirnay/ निर्णय
दिनों दिन परिवेश तथा समाज में आभा ने ऐसा क्या निर्णय ले लिया जो उसे घर से बेघर होना पड़ा क्या उसे परिवार में स्वीकारा गया? जानने के लिए कहानी "निर्णय" मेरी कहानी ने यदि आपके दिल को छू लिया हो तो कृपया सबस्क्राइब कीजिए तथा अपने मित्रों के साथ भी साँझा कीजिए । अपने विचार shradha.pdy@gmail com पर भेजने का कष्ट कीजिए।
2021-11-16
17 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Diyon Wali Deewali/ दीयों वाली दीवाली
बेटा! बहुत दिन हो गए, तुम्हारे लिए कोई नया कपड़ा नहीं खरीद पाए, तुमको खीर पूड़ी भी नहीं खिला पाए, इस बार दीवाली पर ये सारे दीए और खिलौने शहर जा कर बाजा़र में बेच कर तुम्हारे लिए नया कपड़ा लायेंगे। क्या यह सपना पूरा हुआ? आइए यह संकल्प ले लें कि हमारी दीवाली में किसी गरीब की भी दीवाली मने। किसी गरीब के चेहरे पर खुशियां फैलें शायद तभी सच्ची दीवाली होगी। मेरी कहानी ने यदि आपके दिल को छू लिया हो तो कृपया अपने मित्रों के साथ जरूर साँझा कीजिए और अपने विचार shradha.pdy @ gmail com पर भेजने का कष्ट कीजिए। एक पक्ष के पश्चात फिर मिलेंगे एक नई कहानी के साथ
2021-11-01
13 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
jake pair n fate bivai / जाके पैर न फटे बिवाई
ससुराल में सास को माँ, ससुर को पिता, देवर ननद को भाई बहन समझना--सभी लडकियों को उनके विवाह पर माता पिता जरूर समझाते होंगे पर इसे समझाने के पीछे कारण क्या है? क्या ससुराल को अपना बनाया जा सकता है? मेरा उत्तर होगा-नहीं। जब तक ससुराल वाले अपने को बेटे वाला मानते रहेंगे तब तक सीख ही रहेगी व्यवहार में नहीं दिखाई देगी। मेरी कहानी ने यदि आपके दिल को छू लिया हो तो कृपया अपने मित्रों के साथ जरूर साँझा कीजिए और अपने विचार shradha.pdy@gmail com पर भेजने का कष्ट कीजिए।
2021-10-14
12 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Sardi ki Dhop/सर्दी की धूप
क्या कोई बच्चा इसलिए रो सकता है कि उसकी प्रशंसा की जा रही है? नहीं हो रहा है न विश्वास! फिर तो ये कहानी जरूर सुनिए मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि इस कहानी को सुनने के बाद आपके विचार जरूर बदल जाएंगे।यह कहानी बिलकुल सच्ची है इन पात्रों को मैंने जीवंत देखा व जाना है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस कहानी को सुनने के बाद आपके ज़हन में कई यादें ताज़ी हो जाएंगी। यदि आपको मेरी कहानी पसंद आए तो अपने विचार shradha.pdy@gmail.com पर मुझ तक पहुँचाने का कष्ट कीजिएगा।
2021-09-30
14 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Flat number 705/ फ्लैट न. 705
कितना मासूम होता है बचपन और उससे भी ज्यादा मासूम होता है बचपन का प्यार फिर चाहे वह व्यक्ति से किया जाए या मनुष्य से। बड़ी बड़ी बिल्डंग्स को बनाते समय गरीब मज़दूर बच्चों के मन को समझने का एक मनोवैज्ञानिक प्रयास मैंने किया है। इसमें कहाँ तक सफल हो पाई हूँ इसे आपकी पारखी नज़र ही बता सकती है। यदि आपको मेरी कहानी पसंद आई हो तो अपने सुझाव shradha.pdy@gmail.com पर मुझ तक पहुँचाने का कष्ट कीजिए।
2021-09-12
15 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Prahari / प्रहरी
देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर वीरों को श्रद्धांजलि ! सरहद पर कँटीले तारों का तकिया लगाए अपनी बंदूक की नोक का सहारा लिए गर्मी, बरसात, आग, पानी, भूचाल ,तूफान से जूझने वाले सिपाही शायद किसी और मिट्टी के बने होते हैं यही कारण है कि परिवार के प्यार से कहीं अधिक ये देश से प्यार करते हैं अपनी माँ से कहीं अधिक धरती माँ से प्यार करते हैं। इनकी प्रशंसा में जितने भी कसीदे काढ़े जाए उतनी कम है। मेरी यह कहानी उनके जीवन की झलक मात्र है। कृपया अपने विचार shradha.pdy@gmail.com पर भेजने का कष्ट कीजिए।
2021-08-14
10 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Prahari / प्रहरी
देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर वीरों को श्रद्धांजलि ! सरहद पर कँटीले तारों का तकिया लगाए अपनी बंदूक की नोक का सहारा लिए गर्मी, बरसात, आग, पानी, भूचाल ,तूफान से जूझने वाले सिपाही शायद किसी और मिट्टी के बने होते हैं यही कारण है कि परिवार के प्यार से कहीं अधिक ये देश से प्यार करते हैं अपनी माँ से कहीं अधिक धरती माँ से प्यार करते हैं। इनकी प्रशंसा में जितने भी कसीदे काढ़े जाए उतनी कम है। मेरी यह कहानी उनके जीवन की झलक मात्र है। कृपया अपने विचार shradha.pdy@gmail.com पर भेजने का कष्ट कीजिए।
2021-08-14
14 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Rishton Ka Antardwandva / रिश्तों का अंतर्द्वंद्व
यदि आप पढ़ने के शौकीन हैं तो आप मेरी यह कहानी जुलाई माह की " सखी " पत्रिका में पढ़ सकते हैं। कहानी से -----सुनयना अपने कमरे में बिस्तर पर औंधी लेटी आँसू बहाते हुए सोच रही थी कि क्या हर रिश्ते को नाम देना जरूरी है ? क्या दो अलग-अलग उम्र व लिंग के लोग मित्र नहीं हो सकते ?सुनयना अपने अंतर्द्वंद्व में उलझी थी कि अचानक अपने सामने शशांक को पाकर घबरा गई। शशांक ने बड़े अधिकार से कहा shradha.pdy@gmail.com पर आपकी राय की प्रतीक्षा रहेगी ।
2021-08-01
17 min
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majduri banam majburi / मजदूरी बनाम मजबूरी
जल्दी ही शहर जाने का इंतजाम करके वह चल पड़ा उस राह पर जहाँ न जाना चाहते हुए भी जाना उसकी बेबसी बन गई थी। जब घर से चला तो अम्मा रोने की जगह खुश थी। बाबू गर्व से कंधे पर हाथ रख कर बोले-अपना ख्याल रखना। निर्मला भी खिड़की से सट कर पर्दे के पीछे से आँखों में आँसू भर कर देखने की जगह अपनी सोने की बाली के सपने सजाती हुई काम में व्यस्त रही। वह ट्रैक्टर पर बैठ गया। घर पीछे छूटा। गाँव और फिर गाँव की सीमा। महेश चुपचाप मज़दूरी को अपनी नियति मान कर चला जा रहा था। अगर आपको मेरी कहानी पसंद आई तो अपने विचार Shradha.pdy@Gmail.com पर भेजने की कृपा कीजिए।
2021-07-01
14 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Papa ki anguli / पापा की अंगुली
माना कि यह कहानी है पर क्या आपने अनुभव नहीं किया कि बच्चे शादी से कतराने लगे हैं? यदि आपने अनुभव नहीं किया तो आप भाग्यशाली हैं । माता पिता क्या चाहते हैं? बस अपने बच्चों का भर पूरा परिवार! महानगरीय जीवन की आज यही विडंबना है कि बूढ़ी आँखे राह तक रही हैं। मेरी यह कहानी यदि कुछ लोगों के मन को झकझोर दे, कुछ सोचने पर मजबूर कर दे तो मैं समझूँगी कि समाज के बदलाव में अपना कुछ योगदान दे सकी । अगर आपको मेरी कहानी पसंद आई तो अनुरोध है तो अपने विचार Shradha.pdy@Gmail.com पर भेजने की कृपा कीजिए।
2021-06-14
09 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
gulzar balkaniyan / गुलजार बालकनियाँ
बिलकुल नहीं बिलकुल नहीं दोनों बहुओं के साथ-साथ साची की बेटियों ने एक साथ कहा। अरे भई हमारे पापा मम्मी लोगों के लिए मिसाल है इसलिए कुछ कमाल और धमाल तो होना ही चाहिए। शादी पूरे धूम.धाम से होगी। शायद इसी शोर-शराबे और जश्न ने उन दोनों को लोगों का दुश्मन बना दिया। हर गली, हर चौराहे पर नए दम्पति की चर्चा हो रही थी। इसी चर्चा ने सुनसान बालकनियों को गुलजा़र कर दिया। "गुलजा़र बालकनियाँ " है तो कहानी पर सच्ची। मैं इसकी सत्यता का दावा भी कर सकती हूँ। आज के समय में जब बच्चे दूर रहते हैं तब बुढ़ापे में एकाकीपन एक अभिशाप है अतः मुझे यह विवाह उचित लगा वैसे आप अपने तरीके से सोच सकते हैं। अगर आपको मेरी कहानी पसंद आई तोअपने विचार Shradha.pdy@Gmail.comपर भेजने की कृपा कीजिए।
2021-06-01
22 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Pahchan/ पहचान
कितने ही लोग शहर इस उम्मीद से आते हैं कि शहर में पैसा कमाकर वापस घर चले जाएँगे शहर की सड़क कभी गाँव की तरफ नहीं मुड़ती इसलिए शायद ही कोई लौट पाया है। शहरी मायाजाल में फँसा आदमी तड़पता तो रहता है पर निकल नहीं पाता। जो निकल जाता है या निकल जाने का प्रयास करता है वह सच्चे अर्थों में जी जाता है वरना कोल्हू के बैल की तरह निरंतर गोल-गोल घूमता जीवन के अंतिम पड़ाव पर अपने खाली हाथों को देख सिर्फ पछताता रहता है। अगर आपको मेरी कहानी अच्छी लगे तो shradha.pdy@gmail पर संदेश भेजकर मेरा मार्गदर्शन कीजिए
2021-05-15
13 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Agle janm mohe bitiya n kijo/ अगले जनम मोहे बिटिया न कीजो
दुनिया चाँद सितारों पर क्यों न पहुँच जाए पर भारत में आज भी लड़कों की चाह में न जाने कितनी लड़कियाँ जन्म से पहले मार दी जाती हैं। माना कि यह एक कहानी है पर सत्यता के धरातल पर लिखी गई है अन्यथा कूड़े के ढेर में नवजात लड़कियां फेंकी न मिलतीं । अगर आपको मेरी कहानी पसंद आई तो stories from the heart by Shradha Pandey को अपने मित्रों के साथ साँझा कीजिए और हाँ अपने विचार Shradha.pdy @Gmail.com पर मुझ तक पहुंचाने का प्रयास कीजिए। एक पक्ष के पश्चात फिर मिलेंगे एक नई कहानी के साथ मैं श्रद्धा आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में
2021-05-01
17 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Antral/ अंतराल
ओजस गुनगुनी धूप में बैठे अख़बार पढ़ रहे थे। पास ही बैठी उनकी पत्नी मटर छील रही थीं। ओजस का परिवार आधुनिक समाज में उदाहरण के तौर पर देखा जा सकता है जहाँ तीन-तीन पीढ़ियाँ बड़े प्रेम व सौहार्द से रह रही थीं। परिवार टूटते ही क्यों है? आज तक न ओजस को इस प्रश्न का उत्तर मिला न ही हम सबको। परिवार के टूटने व जुड़े रहने की गुत्थी को सुलझाने में कितने ही समाज शास्त्रियों ने कितना समय लगा दिया पर आज तक इस गुत्थी को न वे सुलझा पाएए न ये ओजस जी के वश की बात है। हम कहीं इस विषय में और न उलझ जाएँ अतः चलिए उस सुहानी धूप में जहाँ ओजस अपने परिवार के साथ सीनियर सिटिज़न का आनन्द उठा रहे थे। Email-shradha.pdy@gmail.com
2021-04-15
17 min
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danv/दाँव
सत्या की व्यथा व लाचारी ने उसे चुप रहने पर मजबूर कर दिया है या उसके पिता की बीमारी या फिर हवेली की मालकिन चाची ने, जो सब कुछ जान कर भी अनजान थीं, या चाचा जो दाँव पर दाँव खेल रहा था या फिर उसकी अपनी माँ ---- जो सब कुछ जानती तो थी लेकिन उसे सामाजिक व्यवस्था व गरीबी ने आवाज उठाने की हिम्मत नहीं थी। यदि मेरी कहानी आपके दिल को छूने में सफल हुई तो अपने विचार Shradha.pdy @Gmail.com पर मुझ तक पहुंचाइए। https://www.ekalpana.net/post/shradhapandeystoryfeb2021 मेरी कहानी आप यहाँ क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
2021-04-01
12 min
Stories from the Heart कहानियाँ जो दिल से निकलें और दिल पर दस्तक दें ----
Apni Paari/ अपनी पारी
दिनकर जी ने कहा था एक नहीं दो दो मात्राएँ नर से भारी नारी। जयशंकर प्रसाद दम कहा-नारी तुम केवल श्रद्धा हो विश्वास रजत नभ पग तल में , पीयूष स़़्त्रोत सी बहा करो जीवन के सुंदर समतल में। हमारा हिंदी साहित्य भरा पड़ा है ऐसे अनेक सूक्तियों सूत्रों कविताओं व लेखों से पर क्या नारी को उसका वह स्थान मिल पाया है जिसकी वह हकदार है? कुछ मेरे मित्र हाँ भी कह सकते है पर बहुत ऐसे मिलेंगे जो हाँ कहने में थोड़ा हकलाएँगे। आखिर क्यों? कई बार मेरा मन अपने आप से प्रश्न भी करता है कि आखिर क्या कारण है कि महिला को अपने अस्तित्व को बरकरार रखने के लिए महिला दिवस मनाने की जरूरत पड़ रही है? शायद इसका कारण स्वयं नारी ही है। आप मुझसे सहमत हो तो यह कहानी आपके लिए और असहमत हों तब तो यह कहानी आपके लिए ही है।अपने विचार मुझे shradha.pdy@gmail.com पर भेजिए। लोगों से मिली प्रसंशा की झलकियां Awesome story and Kudos to your unique style of narration. I felt as if the whole story is being picturised in front of my eyes and all the characters are playing live in front of me. Truly amazing ma'am 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻 👌👌👌Wow Lovely share . Just heard the first story today . It was marvellous ! After such a long time I have heard a lovely story
2021-03-14
13 min